उज्जैन। बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में इन दिनों पानी की समस्या गहराती जा रही है. अब तो लोगों को पीने के पानी के लिए भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शहर के गंदे नालों का पानी शिप्रा नदी में मिलने के कारण शहर का पानी गंदा व प्रदूषित होता जा रहा है. जिस कारण क्षेत्र में बीमारियों के फैलने का डर बढ़ गया है. वहीं, उज्जैन शहर में बिछाई गई पाइपलाइन अक्सर फूटी रहती है. जिससे लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंच पाता है.
पीएचई कार्यालय का किया घेराव
उज्जैन में गहराती पानी की समस्या को लेकर कांग्रेस कमेटी ने रविवार को चामुंडा माता चौराहे पर स्थित पीएचई कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद रहे. शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सहित अन्य नेताओं ने शहर में साफ और स्वच्छ पानी की सप्लाई सुनिश्चित कराने को लेकर जलप्रदाय विभाग से मांग की. साथ ही शिकायती पत्र देते हुए उन्होंने कहा कि "यदि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो आने वाले दिनों में हम उग्र आंदोलन करेंगे.''
नगर निगम नेता प्रतिपक्ष ने जताई नाराजगी
नगर निगम नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने पीएचई विभाग के खिलाफ नाराजगी जताते हुए कहा कि "जलप्रदाय विभाग की लापरवाही के चलते उज्जैन की जनता परेशान हो रही है. एक-एक दिन पानी छोड़कर आने से लोगों को पानी की किल्लत होती है. जब इसकी शिकायत विभाग के संबंधित अधिकारियों से करो तो उनका कहना होता है कि हमारे द्वारा गंभीर बांध के इंटेक वेल पर काम चल रहा है, लाइन लीकेज हो गई है." रवि राय ने बताया कि शहर की इस समस्या को लेकर कांग्रेस पार्टी की प्रबंध समिति द्वारा बैठक की गई और पानी की समस्या को लेकर विचार विमर्श किया गया. उन्होंने कहा कि "आचार सहिंता लगी है जिसके चलते हम उग्र प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं. संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन दिया है. अगर समस्या का जल्द समाधान नहीं हुआ तो सड़कों पर उतर कर उग्र प्रदर्शन करेंगे."