उज्जैन। 24 जनवरी को उज्जैन जिले से 50 किलोमीटर दूर माकड़ौन तहसील में बाबा साहब अंबेडकर और सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति लगाने को लेकर जबरदस्त विवाद हुआ था. जहां एक पक्ष ने सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति लगा दी थी. इसके बाद अंबेडकरवादियों ने सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति को तोड़ दिया था. इस मामले पर हुए विवाद के बाद अब अच्छी खबर सामने आई है. रविवार को बैठक कर दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया है.
दोनों पक्षों में कराई सुलह
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों को अपनी बात रखने के लिए कहा. दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों द्वारा माकड़ोन में हुई घटना पर दुःख व्यक्त किया गया. साथ ही दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों द्वारा भविष्य में माकड़ोन में शांति और आपसी सामंजस्य बनाए रखने का आश्वासन भी दिया गया. इसके अलावा आपसी समन्वय से यह निर्णय लिया गया कि माकड़ोन में सरदार पटेल और डॉ.अंबेडकर दोनों की मूर्तियां पुनः स्थापित की जाएगी. सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति पुनः उसी स्थान पर स्थापित की जाएगी, इसके अतिरिक्त माकड़ोन के बस स्टैंड पर डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर की मूर्ति भी स्थापित की जाएगी.
सरदार वल्लभ भाई पटेल और अबंडेकर की मूर्ति होगी स्थापित
पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों से कहा कि आने वाले समय में गत दिनों हुई घटना के लिए जिम्मेदार शरारती तत्वों और वैमनस्य फैलाने वाले लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. उनके नाम दोनों पक्षों द्वारा पुलिस को बताए जाए. बैठक में जानकारी दी गई कि पुलिस द्वारा माकड़ोन में निरंतर पेट्रोलिंग की जा रही है. दोनों पक्ष पुलिस विभाग और प्रशासन को सहयोग करें. जिन प्रकरणों में विवेचना चल रही है, उनमें नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. आने वाले समय में माकड़ौन में स्थानीय स्तर पर अधिकारियों की बैठक आयोजित की जाएगी. माकड़ौन में मूर्ति की स्थापना की प्रक्रिया प्रशासन की ओर से नियमानुसार की जाएगी. बैठक में दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों द्वारा एक दूसरे को पुष्प माला पहनाई गई व विवाद के अंत की घोषणा की गयी.
यहां पढ़ें... |
क्यों हुआ था विवाद
दरअसल, 24 जनवरी को माकड़ौन तहसील में दो पक्षों में जमकर विवाद हुआ था. एक पक्ष ने सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति लगा दी थी. जिसके बाद बाबा साहब अंबेडकर के कुछ समर्थकों ने आक्रोशित होकर सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति को तोड़ दिया था. इसके बाद दोनों पक्षों में जमकर विवाद हुआ. विवाद पत्थर बाजी और आगजनी में बदल गया था. इस घटना में एक पुलिसकर्मी घायल भी हुआ था. इस के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 22 लोगों को गिरफ्तार किया था. साथ ही 72 लोगों पर केस दर्ज किया था.