उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन में सोमवती अमावस्या के विशेष अवसर पर भक्तों की भीड़ देखने को मिली. वहीं लगातार हो रही बारिश के कारण शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है. इसी वजह से प्रशासन ने श्रद्धालुओं के घाटों पर स्नान करने से रोक लगा दी है. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने सोमकुंड में फव्वारे से स्नान की व्यवस्था की है. वहीं इस मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव अपनी पत्नी के साथ भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में दर्शन करने पहुंचे.
घाटों पर स्नान करने से लगी रोक
भादो मास की सोमवती अमावस्या के मौके पर उज्जैन की मोक्षदायिनी शिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण प्रशासन ने श्रद्धालुओं को घाट पर स्नान की अनुमति नहीं दी. श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर शिप्रा तट की ओर जाने वाले सभी मार्गों पर बेरिकेड्स लगाकर पुलिस बल तैनात किया गया है. वहीं श्रद्धालुओं के स्नान के लिए सोमतीर्थ स्थित सोमकुंड पर विशेष व्यवस्था की गई है. जहां लोगों ने फव्वारे से स्नान किया. सोमकुंड पर महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग स्नान और वस्त्र बदलने की व्यवस्था की गई है. अमावस्या के दिन बाबा महाकाल की शाही सवारी का विशेष संयोग होने से शहर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली.
घाटों पर तैनात किए गए जवान
बाहरी क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं ने शिप्रा स्नान के साथ-साथ महाकाल के दर्शन का लाभ उठाया. मंदिरों में दर्शन के लिए लंबी कतारें देखी गईं और शाही सवारी के दौरान शहर में एक अलग ही उत्साह का माहौल रहा. जिला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि ''शिप्रा नदी के घाटों पर बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सुरक्षा के इंतजामात किए गए हैं. रामघाट, दत्त अखाड़ा और रविदास घाट पर होमगार्ड और एसडीईआरएफ के जवानों को मोटरबोट और आपदा प्रबंधन सामग्री के साथ तैनात किया गया है. साथ ही लोगों के घाटों पर स्नान करने से रोक लगाई लगाई है. यहां सुरक्षा के लिए हर संभव उपाय किए गए हैं ताकि किसी भी प्रकार की जलजनित दुर्घटना से लोगों को बचाया जा सके.''
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मुख्यमंत्री ने किए महाकाल के दर्शन
वहीं, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सोमवती अमावस्या के मौके पर भगवान महाकालेश्वर के मंदिर में पहुंचकर दर्शन व पूजा अर्चना की. इस दौरान उनकी पत्नी भी मौजूद रहीं. मोहन यादव ने बाबा महाकाल की पूजा के बाद नंदी हॉल में बैठककर बाबा का ध्यान लगाया. महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष व कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने मुख्यमंत्री को प्रसाद व भगवान महाकालेश्वर का चित्र भेंटकर सम्मान किया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने श्री वीरभद्र भगवान की पूजा के बाद, श्री वृद्ध कालेश्वर यानि जूना महाकालेश्वर मंदिर और श्री अनादिकल्पेश्वर मंदिर पहुंचकर दर्शन किये और पूजा अर्चना की.