उज्जैन। ग्वालियर राजघराने की राजमाता माधवी राजे सिंधिया की अस्थि कलश यात्रा शहर के विभिन्न मार्गों होते हुए शिप्रा नदी पहुंची. इससे पहले देवास गेट बस स्टैंड के पास स्थित सिंधिया घराने की पुरानी विरासत संख्या राजा धर्मशाला में अस्थि कलश को रखा गया. यहां पर कई बीजेपी नेता ने दर्शन किए और श्रद्धांजलि अर्पित की. अस्थि कलश यात्रा देवास गेट से प्रारंभ की गई. शिप्रा नदी में अस्थियां प्रवाहित की गईं.
अस्थि कलश एक घंटे तक दर्शन के लिए रखा गया
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की माता माधवी राजे सिंधिया का अस्थि कलश शुक्रवार सुबह 9:30 बजे देवास गेट स्थित संख्या राजे धर्मशाला पहुंचा. करीब 1 घंटे तक श्रद्धांजलि के लिए कलश रखा गया. यहां पर उज्जैन के तमाम जनप्रतिनिधि और सिंधिया घराने से जुड़े लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद रथ के माध्यम से अस्थि कलश यात्रा निकाली गई. ये यात्रा उज्जैन शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई शिप्रा के तट पर पहुंची.
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विभिन्न सामाजिक संगठनों ने दी श्रद्धांजलि
इस मौके पर सिंधिया परिवार के मुखिया पांडुरंग राव शिंदे, सत्यजीत पाटनकर, विवेक फाल्के, कर्नल राजेश, आनंद, केके सिंह सहित लोग शामिल हुए. एक वाहन में अस्थि कलश रखा गया, जिसमें उनके परिजन सवार रहे. यात्रा के रूप में देवास गे, मालीपुरा दौलतगंज, फव्वारा चौक कंठाल, गोपाल मंदिर, ढाबा रोड, दानी गेट होते हुए अस्थ कलश शिप्रा पहुंचा. यहां पूजन के बाद शिप्रा में अस्थियां प्रवाहित की गईं. इस मौके पर विभिन्न सामाजिक संगठनों ने श्रद्धांजलि दी.