उज्जैन: महाकालेश्वर मंदिर में मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध लागू कर दिया गया है. यह फैसला मंदिर प्रबंधन समिति ने भस्म आरती के दौरान मोबाइल के दुरुपयोग को रोकने को लेकर लिया है. मंदिर प्रशासन के अनुसार 23 जनवरी से सुबह होने वाली भस्म आरती में श्रद्धालुओं को अपना मोबाइल चेकिंग प्वाइंट पर जमा कराना होगा. यह निर्णय लगातार सामने आ रहे सोशल मीडिया पर वीडियो बनाने की घटनाओं के कारण लिया गया है.
मंदिर के बाहर रखने होंगे मोबाइल
बता दें कि भस्म आरती में शामिल होने के लिए प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. ये श्रद्धालु ऑनलाइन और ऑफलाइन बुकिंग के जरिए भस्म आरती में शामिल होने की अनुमति प्राप्त करते हैं. लेकिन गुरुवार से इन श्रद्धालुओं को अब अपने मोबाइल और इलेक्ट्रानिक डिवाइस मंदिर के बाहर रखने होंगे. यह जानकारी सुरक्षा ओएसडी जयंत राठौर ने दी है. उन्होंने बताया, "आरती समाप्त होने के बाद मोबाइल श्रद्धालुओं को लौटा दिए जाएंगे."
महाकाल लोक को 7 बीट में बांटा गया
श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महाकाल लोक को 7 बीट में बांटा गया है. यह बदलाव श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए किया है. वहीं श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए हर बीट पर अधिकारी, सुरक्षा कर्मचारी और मंदिर कर्मचारी तैनात होंगे, जो वहां आने वाले श्रद्धालुओं का मार्गदर्शन करेंगे. बता दें कि महाकाल महालोक में प्रस्तावित पुलिस थाना की घोषणा पहले ही मुख्यमंत्री द्वारा की जा चुकी है. बीट व्यवस्था के तहत हर क्षेत्र में एक प्रभारी की नियुक्ति होगी. जिसको लेकर सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस अधिकारी वर्तमान योजना पर काम कर रहे हैं. जल्द ही कलेक्टर, एसपी और प्रशासक के साथ चर्चा कर इसे लागू किया जाएगा.
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पुजारियों के मोबाइल पर निर्णय लंबित
मंदिर में पुजारियों द्वारा रील बनाने और फोटो खींचने के सवाल पर सुरक्षा ओएसडी राठौर ने कहा कि "इस मामले में अंतिम निर्णय मंदिर समिति द्वारा लिया जाएगा. फिलहाल, पुजारियों को लेकर अलग से कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन उनके मोबाइल उपयोग को लेकर भी विचार-विमर्श चल रहा है. महाकाल मंदिर प्रशासन और सुरक्षा समिति द्वारा उठाए गए ये कदम मंदिर परिसर की गरिमा बनाए रखने और श्रद्धालुओं के अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम प्रयास हैं."