उज्जैन: महाकालेश्वर मंदिर में सावन माह की वजह से इस समय श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. शुक्रवार को नागपंचमी के अवसर पर मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. 6 लाख से अधिक भक्त भगवान महाकाल और नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए पहुंचे. इससे महाकाल मंदिर समिति को 44 लाख से अधिक की आय प्राप्त हुई. इस अवसर पर प्रसाद के तौर पर कुल 94 क्विंटल लड्डुओं की बिक्री हुई.
महाकाल और नागचंद्रेश्वर के दर्शन को आए 6 लाख भक्त
नागपंचमी के अवसर पर महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ होती है. इसी को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने इस साल श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण के लिए 12 प्रसाद काउंटर बनाए थे. जहां शुद्ध घी से बना बेसन का लड्डू प्रसाद वितरित किया जा रहा था. इस दौरान 8 और 9 अगस्त पर नागपंचमी के विशेष अवसर पर 94 क्विंटल लड्डुओं की बिक्री हुई. लड्डुओं की बिक्री, इमरजेंसी दर्शन और दान आदि से मंदिर समिति को कुल 44 लाख से अधिक की आय हुई है. हालांकि पिछले साल नागपंचमी के दौरान 112 क्विंटल लड्डू प्रसाद की बिक्री हुई थी और दान आदि से मंदिर को 56 लाख से अधिक की आय हुई थी.
नाग पंचमी पर पन्ना में उमड़ी भक्तों की भीड़, जल दूध चढ़ाकर की विधि विधान से पूजा अर्चना कारों के काफिले के साथ महाकाल लोक में घुसा देवास बीजेपी विधायक का पुत्र, कलेक्टर,एसपी ने लगाई दौड़ |
मंदिर प्रशासन को मिला 44 लाख का दान
उज्जैन मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचन्द जूनवाल ने बताया कि, इस वर्ष नागपंचमी पर भगवान महाकाल और नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए 6 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे थे. मंदिर प्रशासन ने इस विशेष अवसर पर पहले से ही 150 क्विंटल लड्डू प्रसाद तैयार करवा लिए थे, जिससे प्रसाद की कोई कमी न हो. 94 क्विंतल लड्डू प्रसाद की बिक्री हुई जिससे 24 लाख की कुल आय हुई. 3700 श्रद्धालुओं ने अतिशीघ्र दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग कराई थी. वहीं, दान और लड्डुओं की बिक्री मिलाकर 44 लाख का दान प्राप्त हुआ है.