उज्जैन। 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में रोजाना नए-नए विवाद सामने आ रहे हैं. अब एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सभी को हैरान कर दिया है. दरअसल, आंध्रप्रदेश के 7 श्रद्धालुओं ने महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी के सेवक पर ठगी करने का आरोप लगाते हुए शिकायत की है. भक्तों के मुताबिक सेवक ने उनसे 7 लोगों के बदले 14 हजार रुपए लेकर भस्म आरती में शामिल होने की अनुमति दिलाने की बात कही थी. इसके बाद जब श्रद्धालुओं को भस्म आरती में परमिशन नहीं मिली तो उन्होने मंदिर प्रशासन से सेवक की शिकायत की. वहीं मंदिर प्रशासन ने भी तत्काल सेवक को मंदिर के विशेष मार्गों से प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया और महाकाल थाना पुलिस को जांच के लिए कहा है.
भस्म आरती और दर्शन के नाम पर की गई ठगी
पत्रकारों से फोन पर बात करते हुए आंध्रप्रदेश के श्रद्धालु नागोजू ने बताया कि ''मैं 7 सदस्यों के साथ उज्जैन बाबा महाकाल दर्शन के लिए आया था. आंध्रा आश्रम होटल में रुके हुए थे. पुजारी कैलाश गुरू के सेवक रोमीन शर्मा ने हमसे संपर्क किया था. फिर हमने भस्म आरती की अनुमति के लिए 7 लोगों के 14 हजार रूपए फोन पे से भेज दिए. जब हम लोग रात में मंदिर पहुंचे तो वहां हमारी परमिशन नहीं थी और वहां के सिक्योरिटी गार्ड्स ने सामान्य दर्शनार्थियों की लाइन में लगा दिया. जिसके कारण 65 वर्षीय बुजुर्ग पिता और हमें दर्शन करने में बहुत परेशानी हुई. बाबा महाकाल के दर्शन ना तो भस्मारती में ना ही वहां लगे स्क्रीन में. होटल में ठहरने से लेकर भोजन करने और महाकाल मंदिर में दर्शन के नाम पर वहां ठगी होती है''
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महाकालेश्वर मंदिर समिति ने पुलिस से की शिकायत
इसके बाद श्रद्धालुओं ने महाकालेश्वर मंदिर समिति से सेवक की शिकायत की. इसके बाद मंदिर समिति ने तत्काल पुजारी के सेवक को मंदिर क्षेत्र में प्रतिबंधित कर दिया और महाकाल थाना पुलिस को जांच कर मामले पर कार्रवाई करने को कहा गया. इस मामले पर एडिशनल एसपी गुरु प्रसाद पाराशर ने कहा कि ''महाकाल मंदिर समिति की ओर से थाना महाकाल में एक आवेदन दिया गया है जिसमें कुछ श्रद्धालुओं से भस्म आरती के नाम पर उनसे पैसे लेकर उनको गलत टिकट दिए गए हैं. इस पूरे मामले को संज्ञान में लिया गया है और उसकी गंभीरतापूर्वक जांच की जा रही है. जो भी इसमें दोषी होंगे सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी''.