उज्जैन. श्री महाकालेश्वर मंदिर के कार्तिकेय मंडपम व सभा मंडपम की ओर से आने वाले भक्तों के लिए बड़ी राहत की खबर है. श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने पिछले साल सावन से लगे बैन को हटा दिया है. अब श्रद्धालु कार्तिकेय मंडपम व सभा मंडपम की ओर से प्रवेश कर भगवान पर जल अर्पित कर सकेंगे. श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा जल अर्पित करने के लिए मंदिर में जल पात्रों की व्यवस्था की गई है. मंदिर समिति ने प्रेस नोट जारी कर ये जानकारी दी है.
गर्भ गृह में नहीं मिलेगी एंट्री
मंदिर प्रबंध समिति ने बताया कि ये व्यवस्था दूर से जल चढ़ाने की है. महाकाल मंदिर के गर्भ गृह में श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद है और अंदर जाकर जल नहीं चढ़ाया जा सकता. लेकिन दूर से जल चढ़ाने की व्यवस्था की गई और श्रद्धालु कार्तिकेय मंडपम व सभा मंडपम में लगे जल पात्रों में सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक जल अर्पित कर सकेंगे, जो पात्र से सीधे भगवान श्री महाकालेश्वर तक पहुंच जाएगा. दर्शन के दौरान श्रृद्धालु मंदिर में एक लोटा जल लेकर अंदर जा सकेंगे.
गर्मी में शीतलता के लिए लगाई गई गलंतिका
इसके अलावा वैशाख व ज्येष्ठ माह में भगवान को शीतलता प्रदान करने के लिए मिट्टी के कलश (गलंतिका) ज्योतिर्लिंग के ऊपर स्थापित किए गए हैं. इन कलशों को 11 नदियों के नाम पर रखा गया है, जिनसे ठंडे पानी की जलधारा प्रवाहित की जा रही है. साथ ही अब पात्रों में चढ़ाया गया जल भी श्री महाकालेश्वर भगवान तक पहुंचेगा.