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सती की दाईं कोहनी से पूरी होगी मनोकामना, उज्जैन में मां हरसिद्धि शक्तिपीठ में गजब शक्ति - Harsiddhi Mata Darshan

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : 4 hours ago

Updated : 3 hours ago

नवरात्रि के पहले दिन उज्जैन स्थित शक्तिपीठ माता हरसिद्धि मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. पुराणों के मुताबिक इस शक्तिपीठ में माता सती की दाईं कोहनी गिरी थी. इसी वजह से इस मंदिर का प्राचीनकाल से विशेष महत्व है. हरसिद्धि मंदिर उज्जैन के राजा विक्रमादित्य की आराध्य देवी का स्थान भी है. यहां नवरात्रि के नौ दिनों तक भक्तों का तांता लगा रहता है.

Harsiddhi Mata Darshan Navratri 2024
नवरात्रि के पहले दिन माता हरसिद्धि में भक्तों का तांता (Etv Bharat)

उज्जैन : हरसिद्धि मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है. इस मंदिर का उल्लेख पुराणों में भी मिलता है. मनोकामना पूर्ति के लिए बेहद खास माने जाने वाले इस मंदिर में नवरात्रि के दौरान विशेष उत्सव का माहौल होता है. भव्य यज्ञ और पूजा-पाठ के साथ देवी मां की आराधना होती है. इस वर्ष भी नवरात्र पर्व के पहले ही दिन से यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है. माना जाता है कि यहां आने वाले हर भक्त की मनोकामना पूरी होती है.

वीडियो में करें हरसिद्धि माता के दर्शन (Etv Bharat)

1011 दीपों की दीपमाला

हरसिद्धि मंदिर के बाहर 1011 दीपों की विशाल दीपमालाओं को देखना भी अनोखा अनुभाव होता है. 51 फीट ऊंची ये दीपमालाएं 2000 साल से ज्यादा पुरानी मानी जाती हैं. जब नवरात्र पर विशेष साज सज्जा के बीच दीपमाल प्रज्जवलित होती है, तो ये मनमोहक दृश्य देखने लायक होता है. मान्यता है कि यहां श्रद्धालु भी अपनी मन्नतें पूरी होने पर दीप प्रज्वलित करते हैं. इन दीपों को प्रज्वलित करने के लिए श्रद्धालुओं को महीनों पहले बुकिंग करानी पड़ती है और इसका खर्च लगभग 15 हजार रुपये आता है.

60 लीटर तेल होता है उपयोग

उज्जैन का जोशी परिवार पिछले 100 सालों से इन दीपमालाओं को प्रज्वलित करने का कार्य कर रहा है. जोशी परिवार को मुताबिक इन दीपों को जलाने के लिए 4 किलो रुई की बाती और 60 लीटर तेल का उपयोग होता है. 6 लोग मिलकर सिर्फ 5 मिनट में 1011 दीपों को प्रज्वलित करते हैं.

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नवरात्रि पर विशेष आयोजन

मंदिर के पुजारी रामचंद्र गिरी के मुताबिक, '' नवरात्रि के दौरान हर शाम 7 बजे माता हरसिद्धि के मंदिर में विशेष आरती का आयोजन होता है, जिसमें दीपमालाओं को प्रज्जवलित करने की तैयारी आरती से एक घंटे पहले शुरू हो जाती है. इस अद्भुत दृश्य को देखने के लिए बड़ी संख्या में भक्त मंदिर में उपस्थित रहते हैं.''

उज्जैन : हरसिद्धि मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है. इस मंदिर का उल्लेख पुराणों में भी मिलता है. मनोकामना पूर्ति के लिए बेहद खास माने जाने वाले इस मंदिर में नवरात्रि के दौरान विशेष उत्सव का माहौल होता है. भव्य यज्ञ और पूजा-पाठ के साथ देवी मां की आराधना होती है. इस वर्ष भी नवरात्र पर्व के पहले ही दिन से यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है. माना जाता है कि यहां आने वाले हर भक्त की मनोकामना पूरी होती है.

वीडियो में करें हरसिद्धि माता के दर्शन (Etv Bharat)

1011 दीपों की दीपमाला

हरसिद्धि मंदिर के बाहर 1011 दीपों की विशाल दीपमालाओं को देखना भी अनोखा अनुभाव होता है. 51 फीट ऊंची ये दीपमालाएं 2000 साल से ज्यादा पुरानी मानी जाती हैं. जब नवरात्र पर विशेष साज सज्जा के बीच दीपमाल प्रज्जवलित होती है, तो ये मनमोहक दृश्य देखने लायक होता है. मान्यता है कि यहां श्रद्धालु भी अपनी मन्नतें पूरी होने पर दीप प्रज्वलित करते हैं. इन दीपों को प्रज्वलित करने के लिए श्रद्धालुओं को महीनों पहले बुकिंग करानी पड़ती है और इसका खर्च लगभग 15 हजार रुपये आता है.

60 लीटर तेल होता है उपयोग

उज्जैन का जोशी परिवार पिछले 100 सालों से इन दीपमालाओं को प्रज्वलित करने का कार्य कर रहा है. जोशी परिवार को मुताबिक इन दीपों को जलाने के लिए 4 किलो रुई की बाती और 60 लीटर तेल का उपयोग होता है. 6 लोग मिलकर सिर्फ 5 मिनट में 1011 दीपों को प्रज्वलित करते हैं.

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नवरात्रि पर विशेष आयोजन

मंदिर के पुजारी रामचंद्र गिरी के मुताबिक, '' नवरात्रि के दौरान हर शाम 7 बजे माता हरसिद्धि के मंदिर में विशेष आरती का आयोजन होता है, जिसमें दीपमालाओं को प्रज्जवलित करने की तैयारी आरती से एक घंटे पहले शुरू हो जाती है. इस अद्भुत दृश्य को देखने के लिए बड़ी संख्या में भक्त मंदिर में उपस्थित रहते हैं.''

Last Updated : 3 hours ago
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