ETV Bharat / state

करारे नोटों से सजा मां लक्ष्मी का प्राचीन मंदिर, 25 हजार भक्तों ने चढ़ाया 4000 लीटर दूध

उज्जैन में स्थित गजलक्ष्मी मंदिर को 55 लाख रुपये की नोटों से सजाया गया है. दीपावली पर यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी है.

UJJAIN GAJALAKSHMI TEMPLE
उज्जैन के गजलक्ष्मी मंदिर को नोटों से सजाया गया (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Oct 31, 2024, 2:57 PM IST

Updated : Oct 31, 2024, 3:04 PM IST

उज्जैन: नईपेठ इलाके में स्थित प्राचीन मां गजलक्ष्मी मंदिर दीपावली के अवसर पर भक्तों को आकर्षित कर रहा है. सफेद हाथी पर विराजमान देवी लक्ष्मी की प्रतिमा के दर्शन को लेकर दीपावली पर भक्तों की भारी भीड़ लगी हुई है. भक्तों की यह भीड़ धनतेरस से पहले ही शुरू हो जाती है और भाई दूज तक चलती है. इस साल धनतेरस से अभी तक 25 हजार श्रद्धालु यहां दर्शन का लाभ ले चुके हैं. दीपावली के खास मौके पर 55 लाख रुपये की नोटों से मंदिर को सजाया गया है.

55 लाख रुपये की नोटों से सजा मंदिर

गजलक्ष्मी मंदिर के पुजारी सागर शर्मा ने बताया कि, "गजलक्ष्मी मंदिर लगभग दो हजार साल पुराना है. दीपावली के अवसर पर मां लक्ष्मी की पूजा करने से भक्तों पर माता की विशेष कृपा बरसती है. स्कंद पुराण में भी वर्णित इस मंदिर का महत्व भक्तों के लिए बहुत गहरा है. गजलक्ष्मी को राजा विक्रमादित्य की राजलक्ष्मी के रूप में भी जाना जाता था. वे स्वयं देवी की आराधना करते थे. अभी तक पिछले 5 दिनों में यहां पर 25 हजार श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं और 4 हजार लीटर दूध चढ़ाया जा चुका है."

गजलक्ष्मी मंदिर मे भक्तों की लगी भीड़ (ETV Bharat)

इसे भी पढ़ें:

मंदिर में नहीं है एक भी मूर्ति, दीपावली पर किसको पूजने जाते हैं भक्त, बरसती है कृपा

उबटन, गर्म जल से स्नान फिर बाबा महाकाल के दरबार में दिवाली, जली सबसे पहली फुलझड़ी

माता को चढ़ाया जाएगा 56 भोग प्रसाद

इस साल दीपावली पर विशेष पूजन का आयोजन किया गया. जिसमें देवी का 2100 लीटर दूध से अभिषेक किया गया. इस खास मौके पर देवी को 56 भोग का प्रसाद भी अर्पित किया जाएगा. अगले दिन यह प्रसाद भक्तों में वितरित किया जाएगा. दीपावली के अवसर पर देवी लक्ष्मी को सोने के आभूषण पहनाए गए हैं. मंदिर की भव्य सजावट के लिए 200, 100, 50 और 20 के नोटों का इस्तेमाल करते हुए 55 लाख रुपये खर्च किए गए हैं.

उज्जैन: नईपेठ इलाके में स्थित प्राचीन मां गजलक्ष्मी मंदिर दीपावली के अवसर पर भक्तों को आकर्षित कर रहा है. सफेद हाथी पर विराजमान देवी लक्ष्मी की प्रतिमा के दर्शन को लेकर दीपावली पर भक्तों की भारी भीड़ लगी हुई है. भक्तों की यह भीड़ धनतेरस से पहले ही शुरू हो जाती है और भाई दूज तक चलती है. इस साल धनतेरस से अभी तक 25 हजार श्रद्धालु यहां दर्शन का लाभ ले चुके हैं. दीपावली के खास मौके पर 55 लाख रुपये की नोटों से मंदिर को सजाया गया है.

55 लाख रुपये की नोटों से सजा मंदिर

गजलक्ष्मी मंदिर के पुजारी सागर शर्मा ने बताया कि, "गजलक्ष्मी मंदिर लगभग दो हजार साल पुराना है. दीपावली के अवसर पर मां लक्ष्मी की पूजा करने से भक्तों पर माता की विशेष कृपा बरसती है. स्कंद पुराण में भी वर्णित इस मंदिर का महत्व भक्तों के लिए बहुत गहरा है. गजलक्ष्मी को राजा विक्रमादित्य की राजलक्ष्मी के रूप में भी जाना जाता था. वे स्वयं देवी की आराधना करते थे. अभी तक पिछले 5 दिनों में यहां पर 25 हजार श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं और 4 हजार लीटर दूध चढ़ाया जा चुका है."

गजलक्ष्मी मंदिर मे भक्तों की लगी भीड़ (ETV Bharat)

इसे भी पढ़ें:

मंदिर में नहीं है एक भी मूर्ति, दीपावली पर किसको पूजने जाते हैं भक्त, बरसती है कृपा

उबटन, गर्म जल से स्नान फिर बाबा महाकाल के दरबार में दिवाली, जली सबसे पहली फुलझड़ी

माता को चढ़ाया जाएगा 56 भोग प्रसाद

इस साल दीपावली पर विशेष पूजन का आयोजन किया गया. जिसमें देवी का 2100 लीटर दूध से अभिषेक किया गया. इस खास मौके पर देवी को 56 भोग का प्रसाद भी अर्पित किया जाएगा. अगले दिन यह प्रसाद भक्तों में वितरित किया जाएगा. दीपावली के अवसर पर देवी लक्ष्मी को सोने के आभूषण पहनाए गए हैं. मंदिर की भव्य सजावट के लिए 200, 100, 50 और 20 के नोटों का इस्तेमाल करते हुए 55 लाख रुपये खर्च किए गए हैं.

Last Updated : Oct 31, 2024, 3:04 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.