उज्जैन। 25 मार्च को होली वाले दिन महाकालेश्वर मंदिर के गर्भ गृह में भस्म आरती के दौरान अग्निकांड हो गया था, जिसमें 14 लोग घायल हो गए थे. 13 लोगों का उपचार किया गया, जबकि एक की मौत हो गई. इस घटना के बाद महाकालेश्वर मंदिर में तरह-तरह के सवाल खड़े होने लगे. जिसके बाद महाकाल मंदिर प्रशासक पर कार्रवाई की गई और उन्हें हटाया गया. वहीं, महाकाल मंदिर में दोबारा ऐसा ना हो उसको ध्यान में रखते हुए मुंबई से फायर सेफ्टी की टीम उज्जैन पहुंची. जिसने गर्भ गृह, नंदी हाल से लेकर तमाम जगहों पर नापती की जहां हमेशा भीड़ रहती है.
टीम ने मंदिर में की नापती
उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर में दोबारा अग्निकांड ना हो, उससे कैसे बचा जा सके, कहां-कहां पर फायर सेफ्टी उपकरण लगाया जाएं. इन सभी को ध्यान में रखते हुए मुंबई से फायर सेफ्टी की टीम उज्जैन पहुंची है. टीम ने महाकाल मंदिर में आरती के दौरान और आरती के बाद जब भीड़ रहती है और भीड़ नहीं रहती है, उन दोनों समय उन जगहों की मंदिर में नापती की. कैसे अग्निकांड से बचा जा सके और क्या उपाय करना है, इस पूरे मामले की एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी. इसके बाद उज्जैन कलेक्टर को सौंपी जाएगी.
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कलेक्टर को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
महाकालेश्वर मंदिर में हुए अग्निकांड के बाद उज्जैन कलेक्टर ने कहा था कि जल्द ही मुंबई से एक फोरेंसिक फायर विशेषज्ञों की टीम आएगी. अब टीम उज्जैन में दो दिनों तक रुकी हुई है. मंदिर की तमाम ऐसी जगह पर श्रद्धालुओं को कैसे सुरक्षित बाहर निकल जाए, यदि अग्निकांड जैसी घटना दोबारा हो तो उसे कैसे बचा जाए, इस पर एक रिपोर्ट तैयार की जा रही है. जिसे कलेक्टर नीरज कुमार को सौंपा जाएगा, जिसमें मंदिर में फायर सेफ्टी व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए सुझाव दिए जाएंगे.