उज्जैन। 8 अप्रैल को सोमवती अमावस्या और भूतड़ी अमावस्या होने पर उज्जैन के केडी पैलेस स्थित शिप्रा के 52 कुंड में स्नान करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है. इसी तरह शिप्रा नदी किनारे रामघाट और सोमवती कुंड पर भी बड़े तादाद में श्रद्धालु पहुंचे हैं. लोगों के बीच ऐसी मान्यता है कि उज्जैन से करीब 7 किमी दूर स्थित 52 कुंड पर स्नान करने से बुरी आत्माओं से छुटकारा मिलता है.
उज्जैन में लगा भूतों का मेला
सोमवार सुबह से ही शिप्रा नदी के घाटों पर लोगों की भीड़ देखने को मिली. वहीं, केडी पैलेस के 52 कुंड पर श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला रात से ही शुरू हो गया था. हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने 52 कुंड में डुबकी लगाई. माना जाता है कि उज्जैन और देवास दोनों ही जगहों पर भूतों का मेला लगता है. उज्जैन की तरह देवास में भी लोग बुरी आत्माओं से छुटकारा पाने के लिए धाराजी नर्मदा नदी में स्नान करते हैं.
स्नान करने से दूर होती है प्रेत बाधा
52 कुंड की मान्यता है कि जिस पर बुरी आत्मा का साया हो, या फिर देवी देवता का साया हो, वह एक बार 52 कुंड के सूर्य कुंड और ब्रह्म कुंड में भूतड़ी अमावस्या के दिन डुबकी लगाकर स्नान कर लें तो उसके सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं. खासतौर पर अमावस्या पर यहां भूतों का मेला जैसे लगता है. श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए दोनों ही जगहों पर पुलिस प्रशासन तैनात है.
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