उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में रंगपंचमी का पर्व हर्षोल्लास और उमंग के साथ मनाया जा रहा है. बाबा महाकाल को भक्तिभाव से एक लोटा केसरयुक्त रंग का जल अर्पित कर प्रतीकात्मक रूप से रंगपंचमी का त्यौहार मनाया गया. भस्म आरती के दौरान प्रशासन, पुलिस और मंदिर प्रशासन का अमला पूरी तरह मुस्तैद रहा. उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने भस्म आरती की व्यवस्थाओं की सतत मॉनिटरिंग की. मन्दिर प्रशासक मृणाल मीना ने भी लगातार व्यवस्थाओं की निगरानी की. प्रशासन, पुलिस एवं सुरक्षा एजेंसी के आपसी समन्वय से भस्म आरती का सुव्यवस्थित संचालन किया गया. श्रद्धालुओं के बैठक व्यवस्था भी की गई.
रंग-गुलाल पर लगाया गया प्रतिबंध
दरअसल 25 मार्च को होली वाले दिन भगवान महाकाल की भस्म आरती के दौरान गर्भ गृह में आग लग जाने के कारण 14 पंडित पुजारी और सेवादार झुलस गए थे और एक बड़ा हादसा होते होते बचा था. वहीं इस मामले में गृहमंत्री अमित शाह और पीएम मोदी ने भी संज्ञान लिया था. इस हादसे में जांच के बाद महाकाल मंदिर प्रशासक को हटा दिया गया था वहीं कई लोगों पर कार्रवाई होना अभी बाकी है. इसके साथ ही गर्भ गृह, नंदी मण्डपम्, गणेश मण्डपम्, कार्तिकेय मण्डपम् और सम्पूर्ण मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार का रंग-गुलाल ले जाना, रंग-गुलाल उड़ाया जाना, आपस में रंग-गुलाल लगाना, किसी विशेष उपकरण का उपयोग कर रंग के उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. बता दें कि गर्भ गृह में रंग-गुलाल उड़ाने से ही आग भड़क गई थी.
जांच के बाद ही मंदिर में प्रवेश
आग लगने की घटना के बाद उज्जैन महाकाल मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था पहले से ज्यादा चाक-चौबंद रही. श्रद्धालु किसी प्रकार का रंग-गुलाल लेकर प्रवेश नहीं कर सकें इसके लिए श्रद्धालुओं को कड़ी जांच के बाद ही मंदिर में प्रवेश दिया गया. सभी दरवाजों पर कार्यरत निरीक्षक और सुरक्षा कर्मियों ने श्रद्धालुओं को जांच करने के बाद ही मंदिर में प्रवेश दिया गया.
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पुजारियों के सामान की भी जांच
श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी, पुरोहित, प्रतिनिधि एवं मंदिर परिसर स्थित अन्य छोटे-बड़े मंदिर के पुजारी, सेवक अपने साथ लाए जाने वाले सामान की स्वयं जांच कराकर मंदिर में प्रवेश लिया. मंदिर कंट्रोल रूम में तैनात कर्मचारियों ने भी कैमरों के माध्यम से सभी द्वारों एवं सम्पूर्ण मंदिर परिक्षेत्र की सतत निगरानी की. भस्म आरती से पहले महाकाल मंदिर प्रशासक मृणाल मीना ने सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को दिशा निर्देश दिए.