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यूजीसी नेट जून-2024 के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, इस बार हुए दो अहम बदलाव, जानें - UGC NET June 2024 - UGC NET JUNE 2024

UGC NET June 2024: यूजीसी नेट जून-2024 के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शनिवार से शुरू हो गई. साथ ही नेट करने वाले छात्रों को कुछ सहूलियत भी दी गई है. पढ़ें पूरी खबर..

UGC NET June 2024
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Apr 20, 2024, 10:23 PM IST

नई दिल्ली: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा जून 2024 में आयोजित होने वाली नेट परीक्षा के लिए शनिवार से पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो गई. यूजीसी चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने बताया है कि जून में होने जा रही नेट परीक्षा के लिए 20 अप्रैल को लाइव कर दिया गया. नेट परीक्षा में बैठने के इच्छुक अभ्यर्थी एनटीए की वेबसाइट पर ugcnet.nta.ac.in पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं.

पंजीकरण के बाद में वे नेट परीक्षा का फॉर्म भर सकेंगे. इसके अलावा उन्होंने यूजीसी नेट 2024 में होने वाले दो नए बदलावों की शुरुआत की भी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि जून 2024 में होने जा रही नेट परीक्षा में चार वर्षीय स्नातक कोर्स के अंतिम वर्ष में अध्यनरत छात्र भी नेट की परीक्षा में बैठ सकते हैं. इसके अलावा उनके लिए एक दूसरी अच्छी खबर यह भी है कि यह छात्र किसी भी विषय में नेट की परीक्षा दे सकते हैं. उनके लिए यह अनिवार्य नहीं है कि वह जिस विषय में ग्रेजुएशन कर रहे हैं, उसी विषय में नेट की परीक्षा दें. यह दो बड़े बदलाव इस साल की नेट परीक्षा से होने जा रहे हैं.

एम. जगदीश कुमार ने बताया कि छात्रों को नेट परीक्षा के पंजीकरण के समय यह जानकारी देनी होगी कि वह किस विषय में पीएचडी करना चाहते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि नेट परीक्षा में बैठने वाले छात्रों का स्कोर अगर पीएचडी परीक्षा में दाखिले के लायक होता है, तो उनको पीएचडी में दाखिला लेने पर उस विषय में पीएचडी करनी होगी, जिसकी जानकारी वे नेट परीक्षा के फॉर्म में दे रहे हैं.

यह भी पढ़ें-UGC की छूट के बाद स्नातक कोर्स वाले छात्रों ने किया तीन साल के कोर्सेज को चार साल करने की मांग, जानें क्या होगा फायदा

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023 तक नेट परीक्षा में बैठने के लिए स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष या स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी करने वाले छात्र ही आवेदन कर सकते थे. इसके अलावा छात्र उन्हीं विषय में नेट की परीक्षा दे सकते थे, जिस विषय में उन्होंने अपनी स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की है. लेकिन इस साल से यह नियम बदलने के बाद नेट की परीक्षा में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या में बढ़ोतरी होने की संभावना है. बता दें कि इस साल से पीएचडी में दाखिले की प्रक्रिया भी नेट परीक्षा के स्कोर के आधार पर ही यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को अपनाने का निर्देश दिया है. साथ ही इससे संबंधित नोटिफिकेशन भी यूजीसी ने इस महीने जारी किया है.

यह भी पढ़ें-दिल्ली यूनिवर्सिटी में इसी साल से नेट परीक्षा के आधार पर होगा पीएचडी में एडमिशन

नई दिल्ली: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा जून 2024 में आयोजित होने वाली नेट परीक्षा के लिए शनिवार से पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो गई. यूजीसी चेयरमैन एम जगदीश कुमार ने बताया है कि जून में होने जा रही नेट परीक्षा के लिए 20 अप्रैल को लाइव कर दिया गया. नेट परीक्षा में बैठने के इच्छुक अभ्यर्थी एनटीए की वेबसाइट पर ugcnet.nta.ac.in पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं.

पंजीकरण के बाद में वे नेट परीक्षा का फॉर्म भर सकेंगे. इसके अलावा उन्होंने यूजीसी नेट 2024 में होने वाले दो नए बदलावों की शुरुआत की भी जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि जून 2024 में होने जा रही नेट परीक्षा में चार वर्षीय स्नातक कोर्स के अंतिम वर्ष में अध्यनरत छात्र भी नेट की परीक्षा में बैठ सकते हैं. इसके अलावा उनके लिए एक दूसरी अच्छी खबर यह भी है कि यह छात्र किसी भी विषय में नेट की परीक्षा दे सकते हैं. उनके लिए यह अनिवार्य नहीं है कि वह जिस विषय में ग्रेजुएशन कर रहे हैं, उसी विषय में नेट की परीक्षा दें. यह दो बड़े बदलाव इस साल की नेट परीक्षा से होने जा रहे हैं.

एम. जगदीश कुमार ने बताया कि छात्रों को नेट परीक्षा के पंजीकरण के समय यह जानकारी देनी होगी कि वह किस विषय में पीएचडी करना चाहते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि नेट परीक्षा में बैठने वाले छात्रों का स्कोर अगर पीएचडी परीक्षा में दाखिले के लायक होता है, तो उनको पीएचडी में दाखिला लेने पर उस विषय में पीएचडी करनी होगी, जिसकी जानकारी वे नेट परीक्षा के फॉर्म में दे रहे हैं.

यह भी पढ़ें-UGC की छूट के बाद स्नातक कोर्स वाले छात्रों ने किया तीन साल के कोर्सेज को चार साल करने की मांग, जानें क्या होगा फायदा

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023 तक नेट परीक्षा में बैठने के लिए स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष या स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी करने वाले छात्र ही आवेदन कर सकते थे. इसके अलावा छात्र उन्हीं विषय में नेट की परीक्षा दे सकते थे, जिस विषय में उन्होंने अपनी स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की है. लेकिन इस साल से यह नियम बदलने के बाद नेट की परीक्षा में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या में बढ़ोतरी होने की संभावना है. बता दें कि इस साल से पीएचडी में दाखिले की प्रक्रिया भी नेट परीक्षा के स्कोर के आधार पर ही यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को अपनाने का निर्देश दिया है. साथ ही इससे संबंधित नोटिफिकेशन भी यूजीसी ने इस महीने जारी किया है.

यह भी पढ़ें-दिल्ली यूनिवर्सिटी में इसी साल से नेट परीक्षा के आधार पर होगा पीएचडी में एडमिशन

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