लखनऊ : राजधानी के वजीरगंज इलाके में बुधवार को एक सीवर की सफाई करते समय दो सफाई कर्मचारी बेहोश हो गए. दोनों कर्मचारी सीवर के अंदर ही पड़े रहे, जिस पर तत्काल फायर ब्रिगेड, जलकल विभाग और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू शुरू किया. करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद सफाई कर्मचारियों को बाहर निकाला जा सका, जिन्हें इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. हादसे की वजह सीवरलाइन में गैस बनना बताई जा रही है.
इस मामले में दोषी अभियंताओं को निलंबित कर दिया गया. जल निगम शहरी के प्रबंधक निदेशक राकेश मिश्रा ने सहायक अभियंता मुनिस अली और अवर अभियंता गुडलक वर्मा को निलंबित कर दिया. साथ ही कार्यदाई संस्था के के स्पन लिमिटेड के खिलाफ FIR दर्ज की गई.
सीएफओ मंगेश कुमार ने बताया कि, करीब चार बजे फायर ब्रिगेड को सूचना मिली थी कि वजीरगंज इलाके में शहीद स्मारक के सामने सीवर लाइन की सफाई करते हुए दो कर्मचारी सीवर के अंदर ही बेहोश हो गए हैं. तत्काल सीएफओ अपनी टीम लेकर मौके पर पहुंचे और एक फायरमैन मास्क लगाकर सीवर लाइन के अंदर गया. करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद दोनों सफाई कर्मचारियों को गंभीर हालत में बाहर निकाल कर लाया गया, जिन्हें जलकल विभाग के अधिकारियों ने ट्राॅमा सेंटर भेजा है. उन्होंने बताया कि यह हादसा तब हुआ जब सफाई कर्मचारी सीवर के अंदर घुसे थे, तभी गैस बनने के कारण वो बेहोश हो गए.
वहीं, ट्राॅमा सेंटर भेजे गए दोनों कर्मचारियों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है. इस हादसे के बाद सवाल उठ रहा है कि, वरिष्ठ अफसरों के निर्देश के बाद भी सीवर लाइन में सफाई करने के लिए उतरने वाले कर्मचारियों को बिना किसी सेफ्टी उपकरणों के क्यों भेजा गया? हालांकि, अभी जलकल विभाग या नगर निगम की ओर से कोई भी जवाब नहीं आया है. बता दें, इससे पहले राजधानी के जानकीपुरम में एक 8 वर्ष का शाहरुख भंडारे से लौटते वक्त खुले मैनहोल में गिर गया था. फायर विभाग ने काफी मशक्कत के बाद शाहरुख को बाहर निकाला था. हालांकि, शाहरुख को जब अस्पताल ले जाया गया तो वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.