नई दिल्ली: साउथ ईस्ट दिल्ली में अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ अभियान चलाया गया, जिसमें जिला पुलिस ने अवैध तरीके से रह रहे दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है. उनकी पहचान अब्दुल अहद (22) और मोहम्मद अजीजुल (32) के रूप में की गई है. इसके अलावा दिल्ली 1,000 से अधिक अन्य की पहचान की गई है.
डीसीपी रवि कुमार सिंह ने बताया कि साउथ ईस्ट जिले में अवैध तरीके से रह रहे प्रवासियों की पहचान और कानूनी कार्रवाई के लिए व्यापक अभियान चलाया गया. इस अभियान में अब्दुल अहद और मोहम्मद अजीजुल को 10 दिसंबर और 12 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया. इन्हें कालिंदी कुंज और हजरत निजामुद्दीन एरिया से बिना किसी वैध दस्तावेज के अवैध रूप से रहने के आरोप में पकड़ा गया. आगे की कार्रवाई के लिए इन्हें एफआरआरओ (फॉरेन रजिस्ट्रेशन ऑफिस) के समक्ष पेश किया गया है.
अब तक कई पकड़े गए: गिरफ्तार किए गए अब्दुल अहद ने बताया कि वह बांग्लादेश में मजदूरी करता था और छह दिसंबर को ही भारत में एक बांग्लादेशी एजेंट की मदद से आया था. वहीं मोहम्मद अजीजुल ने बताया कि वह 2004 में भारत में अवैध तरीके से आया था में तब से यहीं रह रहा था. डीसीपी ने बताया कि 2024 में कुल 916 व्यक्तियों की जांच की गई, जिसमें से अभी तक आठ अवैध प्रवासियों का पता चला. इनमें अब तक छह बांग्लादेशी नागरिकों को साउथ ईस्ट पुलिस ने पकड़ा है.
दी गई चेतावनी: वहीं पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) प्रशांत गौतम ने कहा कि राजधानी में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की बढ़ती संख्या पर अंकुश लगाने के लिए कदम में, दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को नई सीमापुरी की ई-44 झुग्गियों में एक व्यापक अभियान चलाया था. ऑपरेशन के दौरान, वेरीफिकेशन के लिए 32 व्यक्तियों के दस्तावेजज इकट्ठे किए गए थे. स्थानीय लोगों को नकली पहचान पत्र का उपयोग न करने की चेतावनी दी गई और आश्वासन दिया गया था कि यह अभियान अनधिकृत घुसपैठियों की पहचान करने पर केंद्रित था.
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