चंदौली: यदि आपके जेब में 100, 200 और 500 के नोट हो तो कृपया चेक कीजिए कि कहीं वो नकली तो नहीं है. जी हां. ये हम नहीं, बल्कि पुलिस कह रही है. धानापुर पुलिस और सर्विलान्स टीम ने दो जाली नोटों के साथ दो युवकों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 1.18 लाख रुपये की जाली करेंसी भी बरामद की गई है. गिरफ्तार दोनों आरोपी लंबे समय से जिले में नकली नोटों को बाजारों में खपाने का काम कर रहे थे. यह रैकेट बिहार से संचालित होता था. फिलहाल, पुलिस पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी हुई है.
पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार द्वारा अपराध एवं अपराधियों पर लगाम लगाने को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में धानापुर थाना प्रभारी प्रशांत कुमार सिंह ने इनपुट के आधार पर आवाजापुर नहर पुलिया के पास मोटरसाईकिल के साथ खड़े दो व्यक्तियों को घेरकर पकड़ लिया. तलाशी के दौरान इनके पास से 1.18 लाख रुपये का नकली नोट बरामद हुआ. जिसमें 100, 200 और 500 के नोट शामिल है. बरामद की गई किसी भी नोट पर RBI लिखी तार मौजूद नहीं है.
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पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि जाली नोट का रैकेट बिहार से संचालित होता है. नकली नोटों की खेप बिहार निवासी सरगना द्वारा उपलब्ध कराया जाता है. ये शातिर जालसाज चन्दौली में युवाओं का एक रैकेट बनाकर 20 हजार रुपये के बदले 1 लाख के नकली नोट बनाते थे. इसे वह गैंग के अन्य सदस्यों के माध्यम 25 हजार रुपये में बेचते थे. इसके अलावा खुद भी नकली नोटों का इस्तेमाल नोट बदलने के लिए करते थे.
गिरफ्तार आरोपी इतने शातिर थे कि पुलिस से बचने के लिए वह वाईफाई राऊटर का इस्तेमाल करते थे, ताकि सिर्फ इन्टरनेट के माध्यम से आपस में वाट्सएप कॉल पर बात कर सके और पुलिस लोकेशन ट्रेस ना कर सकें. ग्राहक आरोपियों से जाली करेंसी नोट खरीदने के लिये आने वाला था. इससे पहले ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया. गिरफ्तार अभियुक्तों में अमरेश पाठक बथावर थाना सकलडीहा, अरविन्द यादव कैलावर थाना बलुआ जनपद चन्दौली शामिल है.
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