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फूटबॉल नर्सरी के लिए खिलाड़ियों के चयन का ट्रायल 16 जून को, कालका कॉलेज स्टेडियम में होगा आयोजन - Haryana Football Nursery Trial

Haryana Football Nursery Trial: हरियाणा में फुटबॉल खेल नर्सरी में चयन के लिए खिलाड़ियों का इंतजार खत्म हो गया है. 16 जून को इसके लिए ट्रायल होंगे. ट्रायल के आधार पर खिलाड़ियों का चयन किया जायेगा और उसकी दिन आगे का कार्यक्रम भी जारी कर दिया जायेगा.

Haryana Football Nursery Trial
फुटबॉल खेल नर्सरी ट्रायल 16 जून को. (File Photo)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jun 15, 2024, 10:13 PM IST

Updated : Jun 15, 2024, 10:19 PM IST

चंडीगढ़: हरियाणा की फुटबॉल नर्सरी में दाखिला लेने वाले खिलाड़ियों के लिए खुशखबरी है. खेल विभाग द्वारा संचालित फुटबॉल नर्सरी के लिए ट्रायल होने जा रहा है. बच्चों के ट्रायल खेल एवं युवा विभाग द्वारा अलॉट फुटबॉल खेल नर्सरी में 16 जून, रविवार को लिए जाएंगे. इसके लिए खिलाड़ियों की आयु 8 से 14 वर्ष और 15 से 19 वर्ष होनी चाहिए. खिलाड़ियों के परीक्षण ट्रायल खेल विभाग के मापदंड के अनुसार लिए जाएंगे.

खिलाड़ियों को ये दस्तावेज लाने होंगे साथ

राजकीय महाविद्यालय कालका की प्राचार्या प्रोमिला मलिक ने बताया कि खिलाड़ियों को अपने साथ हरियाणा का निवास प्रमाण पत्र, डोमिसाइल और आधार कार्ड लेकर आना अनिवार्य है. उन्होंने बताया कि ट्रायल संबंधी सभी तैयारियां पूरी हैं. खिलाड़ियों को सभी दस्तावेज खेल नर्सरी में जमा करने होंगे. खेल नर्सरी के लिए योग्य खिलाड़ी आगामी कल यानि 16 जून को ट्रायल देंगे.

खेल नर्सरी के लिए यहां होंगे ट्रायल

शारीरिक शिक्षा विभाग के प्रोफेसर हरदीप ने बताया कि राजकीय महाविद्यालय कालका कॉलेज स्टेडियम में 5 बजे से परीक्षण ट्रायल लिए जाएंगे. इस संबंध में खिलाड़ियों और उनके कोच समेत सभी संबंधित लोगों को जानकारी दे दी गई है. ट्रायल में चयनित होने वाले खिलाड़ियों का आगामी शेड्यूल भी कल यानि 16 जून को ही आने की उम्मीद है.

हरियाणा में है मिनी ब्राजील

हरियाणा अब कुश्ती, बॉक्सिंग के अलावा फुटबॉल खिलाड़ी पैदा करने में भी देश के अव्वल राज्यों में आता है. हरियाणा के कई जिलों में फुटबॉल का क्रेज बढ़ गया है. भिवानी के अलखपुरा गांव फुटबॉल के जुनून के लिए मिनी ब्राजील के रूप में जाना जाता है. यहां हर घर में एक फुटबॉल खिलाड़ी है. खास बात ये है कि भिवानी में लड़कियां फुटबॉल के लिए ज्यादा जुनूनी रहती हैं.

हरियाणा में सरकार जिला स्तर पर खेल नर्सरी संचालित करती है. अलग-अलग खेलों में प्रशिक्षित करने के लिए ट्रायल बेस पर खिलाड़ियों का दाखिला होता है. इस खेल नर्सरी में चयनित होने वाले सभी खिलाड़ियों को सरकार की तरफ से सुविधाएं दी जाती हैं. हरियाणा अपनी बेहतर खेल पॉलिसी के लिए देशभर में जाना अलग पहचान रखता है. यहां के खिलाड़ी सबसे ज्यादा ओलंपिक या अन्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल लाते हैं.

ये भी पढ़ें- हरियाणा में खेल नर्सरी खोलने के 15 मार्च तक आवेदन कर सकती हैं शिक्षण संस्थान और पंचायत
ये भी पढ़ें- खेल नर्सरियों में नहीं मिलेगी स्कॉलरशिप, स्कॉलरशिप की जगह मिलेगी डाइट
ये भी पढ़ें- सुविधाएं नहीं तो क्या हुआ...फरीदाबाद में कोच अशोक बच्चों में जगा रहे मलखंब का जोश, ऐसे तैयार किए जा रहे हैं चैंपियन

चंडीगढ़: हरियाणा की फुटबॉल नर्सरी में दाखिला लेने वाले खिलाड़ियों के लिए खुशखबरी है. खेल विभाग द्वारा संचालित फुटबॉल नर्सरी के लिए ट्रायल होने जा रहा है. बच्चों के ट्रायल खेल एवं युवा विभाग द्वारा अलॉट फुटबॉल खेल नर्सरी में 16 जून, रविवार को लिए जाएंगे. इसके लिए खिलाड़ियों की आयु 8 से 14 वर्ष और 15 से 19 वर्ष होनी चाहिए. खिलाड़ियों के परीक्षण ट्रायल खेल विभाग के मापदंड के अनुसार लिए जाएंगे.

खिलाड़ियों को ये दस्तावेज लाने होंगे साथ

राजकीय महाविद्यालय कालका की प्राचार्या प्रोमिला मलिक ने बताया कि खिलाड़ियों को अपने साथ हरियाणा का निवास प्रमाण पत्र, डोमिसाइल और आधार कार्ड लेकर आना अनिवार्य है. उन्होंने बताया कि ट्रायल संबंधी सभी तैयारियां पूरी हैं. खिलाड़ियों को सभी दस्तावेज खेल नर्सरी में जमा करने होंगे. खेल नर्सरी के लिए योग्य खिलाड़ी आगामी कल यानि 16 जून को ट्रायल देंगे.

खेल नर्सरी के लिए यहां होंगे ट्रायल

शारीरिक शिक्षा विभाग के प्रोफेसर हरदीप ने बताया कि राजकीय महाविद्यालय कालका कॉलेज स्टेडियम में 5 बजे से परीक्षण ट्रायल लिए जाएंगे. इस संबंध में खिलाड़ियों और उनके कोच समेत सभी संबंधित लोगों को जानकारी दे दी गई है. ट्रायल में चयनित होने वाले खिलाड़ियों का आगामी शेड्यूल भी कल यानि 16 जून को ही आने की उम्मीद है.

हरियाणा में है मिनी ब्राजील

हरियाणा अब कुश्ती, बॉक्सिंग के अलावा फुटबॉल खिलाड़ी पैदा करने में भी देश के अव्वल राज्यों में आता है. हरियाणा के कई जिलों में फुटबॉल का क्रेज बढ़ गया है. भिवानी के अलखपुरा गांव फुटबॉल के जुनून के लिए मिनी ब्राजील के रूप में जाना जाता है. यहां हर घर में एक फुटबॉल खिलाड़ी है. खास बात ये है कि भिवानी में लड़कियां फुटबॉल के लिए ज्यादा जुनूनी रहती हैं.

हरियाणा में सरकार जिला स्तर पर खेल नर्सरी संचालित करती है. अलग-अलग खेलों में प्रशिक्षित करने के लिए ट्रायल बेस पर खिलाड़ियों का दाखिला होता है. इस खेल नर्सरी में चयनित होने वाले सभी खिलाड़ियों को सरकार की तरफ से सुविधाएं दी जाती हैं. हरियाणा अपनी बेहतर खेल पॉलिसी के लिए देशभर में जाना अलग पहचान रखता है. यहां के खिलाड़ी सबसे ज्यादा ओलंपिक या अन्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल लाते हैं.

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Last Updated : Jun 15, 2024, 10:19 PM IST
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