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कोर्ट मैरिज का बढ़ रहा तेजी से चलन, कम खर्चे में चट मंगनी पट ब्याह ने पकड़ा जोर - trend of court marriage increased

महंगाई के इस वक्त में अब छत्तीसगढ़ में तेजी से कोर्ट मैरिज का चलन बढ़ता जा रहा है. दूल्हा और दुल्हन दोनों अब खर्चीली शादियों से बच रहे हैं. कोर्ट मैरिज को अब परिवारवाले भी सही बता रहे हैं.

trend of court marriage has increased
कोर्ट मैरिज की ओर लोगों का बढ़ा रुझान (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jul 30, 2024, 10:23 PM IST

Updated : Aug 2, 2024, 1:04 PM IST

रायपुर: हर मां-बाप की चाहत होती है कि वह अपने बच्चों की शादी विवाह बड़े ही धूमधाम से करें. बेटे बेटी की शादी में खूब खर्च कर शानो शौकत से बारात निकालें. इस तरह की शादियों में लंबा चौड़ा खर्चा भी करना पड़ता है. खर्च के साथ साथ समय की भी बर्बादी होती है. नाते रिश्तेदारों को लाना ले जाना पड़ता है. ऐसे में बीते कुछ सालों में तेजी से कोर्ट मैरिज का चलन बढ़ता जा रहा है. अब कुछ दूल्हा दुल्हन और उनके परिवार वाले शानो शौकत वाली शादियों से मुंह फेर रहे हैं. कोर्ट मैरिज करने वाले वर वधू की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है.

कम खर्चे में चट मंगनी पट ब्याह (ETV Bharat)

तेजी से बढ़ रहा कोर्ट मैरिज का चलन: रायपुर की बात करें तो मंगलवार के दिन करीब आधा दर्जन से ज्यादा जोड़े कोर्ट मैरिज करने कलेक्ट्रेट पहुंचे. मैरिज के बाद इन्होंने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर अपनी खुशियों का इजहार किया. कोर्ट मैरिज करने के बाद वर वधू का जोड़ा काफी खुश नजर आया. कोर्ट मैरिज करने वाले जोड़े और उनके परिजनों का कहना था कि '' हम आर्थिक रूप से कमजोर हैं. शादी ब्याह में ज्यादा खर्च होता है. इस खर्चे से बचने के लिए कोर्ट मैरिज की है.'' वहीं कुछ परिजनों का यह भी कहना था कि ''आज के समय में भी दहेज जैसी कुरीतियां देखने को मिल रही हैं. शादी में काफी पैसा भी खर्च किया जाता है और इसी सब को रोकने के लिए हम लोगों ने कोर्ट मैरिज की है.''

शादी विवाह में तेजी से खर्चे का चलन बढ़ता जा रहा है. महंगाई के इस दौरे में दिखावे के चक्कर में हर कोई पैसा खर्चा नहीं कर सकता है. कोर्ट मैरिज बढ़िया ऑप्शन है. बिना किसी दिखावे और कम खर्चे में शादी हो जाती है. - दूल्हा

कोर्ट मैरिज अच्छी है. परिवार वालों ने हमारी कोर्ट मैरिज करने का तय किया. हमने भी अपनी सहमति दी. हम दोनों एक दूसरे को पहले से जानते हैं. कोर्ट मैरिज के बाद अच्छा जीवन बिताना चाहते हैं. - दुल्हन

कम खर्चे में चट मंगनी पट ब्याह: कोर्ट मैरिज करने वालों का ये भी कहना था कि ''कई जगहों पर शादी विवाह के कागजात पेश करना जरुरी होता है. कोर्ट मैरिज करने पर उनको कोर्ट की ओर से मैरिज सर्टिफिकेट दिया जाता है जो भविष्य काफी काम आता है. आज भी कई ऐसे पति पत्नी हैं जिनके पास शादी करने का कोई सबूत नहीं है. जब कागजात की कहीं जरुरत पड़ती है तो उनको मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.''

आजकल की जो शादियां होती है, वो काफी महंगी होती जा रही हैं. दिखावे के चक्कर में लोग ज्यादा से ज्यादा खर्च करते हैं. कोर्ट मैरिज से आपका पैसा भी बचता है और परेशानी भी कम होती है. कोर्ट मैरिज का सर्टिफिकेट भी मिलता है, जो कई जगहों पर काम आता है. - वकील

कैसे कर सकते हैं कोर्ट मैरिज के लिए आवेदन: देश में रहने वाला कोई भी व्यक्ति चाहे वो महिला हो या फिर पुरुष कोर्ट मैरिज के लिए अप्लाई कर सकता है. कोर्ट में शादी से पहले दूल्हा दुल्हन को अपनी अपनी ओर से गवाहों के साथ एक घोषणापत्र पर दस्तखत करने होते हैं. घोषणापत्र में ये ऐलान करना होता है कि वो बालिग हैं और अपनी मर्जी से अपना साथी चुन रहे हैं. कोर्ट में दूल्हा दुल्हन को अपना पहचान पत्र आधार कार्ड, वोटर आईडी, आयु प्रमाण पत्र( 10वी की मार्कशीट), 6-6 पासपोर्ट साइज फोटो, दोबारा शादी – दोनों में से कोई पार्टनर डिवोर्सी है तो डाइवोर्स की डिक्री दिखानी पड़ती है, विधवा या विधुर हैं तो पहले पार्टनर का मृत्यु प्रमाणपत्र कोर्ट में पेश करना होता है.

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रायपुर: हर मां-बाप की चाहत होती है कि वह अपने बच्चों की शादी विवाह बड़े ही धूमधाम से करें. बेटे बेटी की शादी में खूब खर्च कर शानो शौकत से बारात निकालें. इस तरह की शादियों में लंबा चौड़ा खर्चा भी करना पड़ता है. खर्च के साथ साथ समय की भी बर्बादी होती है. नाते रिश्तेदारों को लाना ले जाना पड़ता है. ऐसे में बीते कुछ सालों में तेजी से कोर्ट मैरिज का चलन बढ़ता जा रहा है. अब कुछ दूल्हा दुल्हन और उनके परिवार वाले शानो शौकत वाली शादियों से मुंह फेर रहे हैं. कोर्ट मैरिज करने वाले वर वधू की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है.

कम खर्चे में चट मंगनी पट ब्याह (ETV Bharat)

तेजी से बढ़ रहा कोर्ट मैरिज का चलन: रायपुर की बात करें तो मंगलवार के दिन करीब आधा दर्जन से ज्यादा जोड़े कोर्ट मैरिज करने कलेक्ट्रेट पहुंचे. मैरिज के बाद इन्होंने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर अपनी खुशियों का इजहार किया. कोर्ट मैरिज करने के बाद वर वधू का जोड़ा काफी खुश नजर आया. कोर्ट मैरिज करने वाले जोड़े और उनके परिजनों का कहना था कि '' हम आर्थिक रूप से कमजोर हैं. शादी ब्याह में ज्यादा खर्च होता है. इस खर्चे से बचने के लिए कोर्ट मैरिज की है.'' वहीं कुछ परिजनों का यह भी कहना था कि ''आज के समय में भी दहेज जैसी कुरीतियां देखने को मिल रही हैं. शादी में काफी पैसा भी खर्च किया जाता है और इसी सब को रोकने के लिए हम लोगों ने कोर्ट मैरिज की है.''

शादी विवाह में तेजी से खर्चे का चलन बढ़ता जा रहा है. महंगाई के इस दौरे में दिखावे के चक्कर में हर कोई पैसा खर्चा नहीं कर सकता है. कोर्ट मैरिज बढ़िया ऑप्शन है. बिना किसी दिखावे और कम खर्चे में शादी हो जाती है. - दूल्हा

कोर्ट मैरिज अच्छी है. परिवार वालों ने हमारी कोर्ट मैरिज करने का तय किया. हमने भी अपनी सहमति दी. हम दोनों एक दूसरे को पहले से जानते हैं. कोर्ट मैरिज के बाद अच्छा जीवन बिताना चाहते हैं. - दुल्हन

कम खर्चे में चट मंगनी पट ब्याह: कोर्ट मैरिज करने वालों का ये भी कहना था कि ''कई जगहों पर शादी विवाह के कागजात पेश करना जरुरी होता है. कोर्ट मैरिज करने पर उनको कोर्ट की ओर से मैरिज सर्टिफिकेट दिया जाता है जो भविष्य काफी काम आता है. आज भी कई ऐसे पति पत्नी हैं जिनके पास शादी करने का कोई सबूत नहीं है. जब कागजात की कहीं जरुरत पड़ती है तो उनको मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.''

आजकल की जो शादियां होती है, वो काफी महंगी होती जा रही हैं. दिखावे के चक्कर में लोग ज्यादा से ज्यादा खर्च करते हैं. कोर्ट मैरिज से आपका पैसा भी बचता है और परेशानी भी कम होती है. कोर्ट मैरिज का सर्टिफिकेट भी मिलता है, जो कई जगहों पर काम आता है. - वकील

कैसे कर सकते हैं कोर्ट मैरिज के लिए आवेदन: देश में रहने वाला कोई भी व्यक्ति चाहे वो महिला हो या फिर पुरुष कोर्ट मैरिज के लिए अप्लाई कर सकता है. कोर्ट में शादी से पहले दूल्हा दुल्हन को अपनी अपनी ओर से गवाहों के साथ एक घोषणापत्र पर दस्तखत करने होते हैं. घोषणापत्र में ये ऐलान करना होता है कि वो बालिग हैं और अपनी मर्जी से अपना साथी चुन रहे हैं. कोर्ट में दूल्हा दुल्हन को अपना पहचान पत्र आधार कार्ड, वोटर आईडी, आयु प्रमाण पत्र( 10वी की मार्कशीट), 6-6 पासपोर्ट साइज फोटो, दोबारा शादी – दोनों में से कोई पार्टनर डिवोर्सी है तो डाइवोर्स की डिक्री दिखानी पड़ती है, विधवा या विधुर हैं तो पहले पार्टनर का मृत्यु प्रमाणपत्र कोर्ट में पेश करना होता है.

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Last Updated : Aug 2, 2024, 1:04 PM IST
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