कोरबा : अक्षय तृतीया पर शुक्रवार को मार्केट गुलजार रहा. कड़ी धूप में भी लोग घरों से निकले और सोने चांदी की खरीदारी की. माना जाता है कि अक्षय तृतीया के दिन सोना या चांदी खरीदने पर इसका शुभ फल मिलता है. अक्षय तृतीया के दिन शुभ मुहूर्त पर सोना चांदी खरीदने से जीवन में खुशहाली आती है.लेकिन मौजूदा समय में सोने के दाम आसमान छू रहे हैं. 24 कैरेट सोने के प्रति तोले का भाव 75000 से अधिक पहुंच चुका है. फिर भी सोना, चांदी खरीदने का ट्रेंड बरकरार है. इस बढ़े हुए रेट में भी सोना खरीदने से पीछे नहीं हट रहे हैं.भले ही पहले की तुलना में कम मात्रा में सोना खरीदा जा रहा है,लेकिन ग्राहकों की कमी नहीं है.
24 साल बाद बना अद्भुत संयोग : 24 साल बाद अक्षय तृतीया पर अद्भुत संयोग बना है. पंडित देवनारायण पांडेय के मुताबिक इस साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की अक्षय तृतीया 10 मई को आई. अक्षत तृतीया को अबूझ मुहूर्त कहा जाता है, इस दिन बिना मुहूर्त के भी विवाह की मान्यता है. इस बार अक्षय तृतीया के दिन गुरु और शुक्र का तारा अस्त होने से विवाह मांगलिक कार्य नहीं होंगे. विवाह के शुद्ध और शुभ मुहूर्त के लिए जुलाई तक इंतजार करना होगा.
'' विवाह के लिए गुरु और शुक्र के तारे का उदित होना आवश्यक है. इन दोनों में से किसी एक के भी अस्त रहने पर विवाह समेत कई मांगलिक कार्य नहीं होते हैं. अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त कहा जाता है, इस दिन बिना मुहूर्त के भी युवक-युवतियों का विवाह कराया जाता है. लेकिन इसके लिए भी गुरु और शुक्र के तारे का उदित होना जरुरी है. बिना पंचांग देखे शुभ कार्य संपन्न किए जाने वाला अबूझ महामुहूर्त अक्षय तृतीया को माना जाता है. लगभग 24 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है.'' देवनारायण पाण्डेय,ज्योतिषाचार्य
अक्षय तृतीया पर सोने चांदी के खरीदारी : सराफा व्यापारी जय सोनी ने बताया कि अक्षय तृतीया को सोने चांदी के खरीदने के लिए बेहद शुभ माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि इसका शुभ फल आपको भविष्य में मिलता है.इस तरह के खास दिन पर विशेष ऑफर भी चलाया जाता है. लोग आज के दिन जितना सोना खरीदेंगे, उतनी ही मात्रा में चांदी उन्हें मुफ्त दी जाती है.
स्वयं सिद्ध अबूझ मुहूर्त है अक्षय तृतीया : शास्त्रों में मान्यता है कि अक्षय तृतीया की तिथि को स्वयं सिद्ध अबूझ मुहूर्त माना गया है. यानी इस तिथि पर बिना मुहूर्त का विचार किए सभी प्रकार के शुभ कार्य संपन्न किया जा सकता है. इस दिन कोई भी शुभ मांगलिक कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, सोने-चांदी के आभूषण. घर, भूखंड या वाहन खरीदारी से संबंधित काम किए जा सकते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस अबूझ मुहूर्त की तिथि पर व्यापार आरम्भ, गृह प्रवेश, वैवाहिक कार्य, सकाम अनुष्ठान, दान-पुण्य,पूजा-पाठ अक्षय रहता है. यानी वह कभी नष्ट नहीं होता.