करनाल: हरियाणा के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल ने आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज करना बंद कर दिया गया है. मेडिकल एसोशिएशन का कहना है कि प्राइवेट हॉस्पिटल आयुष्मण भारत कार्ड योजना के तहत गरीबों का इलाज कर रहे हैं लेकिन इलाज का बकाया पैसा सरकार उन्हें नहीं दे रही है. जिसके चलते पिछले सप्ताह इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने ऐलान किया गया था कि अगर सरकार 30 जून तक उनका पैसा उनके खाते में नहीं डालती तो 1 जुलाई से पूरे हरियाणा में सभी निजी अस्पतालों में आयुष्मान भारत कार्ड योजना के तहत इलाज करना बंद कर दिया जाएगा.
जानकारी के अनुसार प्रदेश में 1.3 करोड़ से अधिक आयुष्मान कार्डधारक हैं. इस कार्ड के तहत लाभार्थियों की एक श्रेणी बनाई गई है, जिसमें 1 लाख 80 हजार रुपए से सालाना से कम आमदनी वाले परिवार को 5 लाख तक का इलाज फ्री में किया जाता है. हरियाणा में करीब 600 प्राइवेट हॉस्पिटल में आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज किया जाता है लेकिन पिछले काफी समय इस योजना के तहत किए गए इलाज की बकाया राशि अस्पताल संचालकों को नहीं मिली है. इसी से नाराज होकर एक जुलाई से उन्होंने इलाज करना बंद कर दिया है.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्य डॉक्टर रजत ने बताया कि प्रदेश भर में करीब 200 करोड़ रुपया प्राइवेट हॉस्पिटल का सरकार के पास इस योजना के तहत बकाया है. हम नहीं चाहते कि किसी व्यक्ति को इलाज ना मिले लेकिन ये एक बहुत बड़ी राशि है जिसका खर्च उन्होंने अपने पास से किया है. लेकिन सरकार ने अभी तक हमारा पैसा नहीं डाला है. ंकड़ों के अनुसार प्रदेश में गरीब 4000 से अधिक लोग आयुष्मान कार्ड योजना के तहत रोजाना इलाज करते हैं.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का कहना है कि हमें जानकारी मिली है कि सरकार के साथ आने वाली 5 जुलाई को इसी मामले को लेकर मीटिंग होगी. आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 जुलाई तक इलाज बंद रहेगा. अगर 5 तारीख को सरकार के साथ बात नहीं बनती तो आगामी मीटिंग करके फैसला लिया जाएगा.
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