महासमुंद : दो पिकअप में लदकर कलेक्टोरेट पहुंचे 42 ग्रामीण कलेक्टर की नजरों में चढ़ गए. दरअसल ये ग्रामीण किसी मामले में बयान देने के लिए कलेक्टोरेट पहुंचे थे.लेकिन कलेक्टर ने इन्हें देख लिया.जिसके बाद कलेक्टर ने परिवहन विभाग के अफसरों को कार्रवाई करने के निर्देश दिए.जिसके बाद तत्काल पिकअप के ड्राइवर पर जुर्माना कार्रवाई की गई.
क्या है मामला : ग्राम अमलोर से 42 ग्रामीण गांव के एक बहिष्कृत व्यक्ति के मामले में बयान दर्ज कराने दो पिकअप में सवार होकर पहुंचे थे. इस दौरान कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने उन्हें देख लिया.बड़ी संख्या में पिकअप में सवारियों को भरे जाने पर उन्होंने तुरंत परिवहन विभाग के अधिकारी को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया.सूचना पर परिवहन विभाग का अमला मौके पर पहुंचकर गाड़ी के कागजात चेक किए. पहले तो ड्राइवर के साथ ग्रामीणों को समझाइश दी. फिर नियमों का उल्लंघन करने पर वाहनों पर 5000 हजार रुपए का जुर्माना लगाया.
सवारी लेकर चलने वाले मालवाहकों के दुर्घटनाग्रस्त होने की शिकायत मिल रही थी. इसी कड़ी में मालवाहक वाहन में ओवरलोड होकर ग्रामीण आए थे. इसलिए इन पर कार्रवाई की गई है-विनय कुमार लंगेह,कलेक्टर महासमुंद
कवर्धा में हो चुकी है बड़ी घटना : आपको बता दें कि मालवाहकों के दुर्घटनाग्रस्त होने से सवार लोगों की मौत की खबर आए दिन आते रहती है. कवर्धा जिले के कुकदुर में 20 मई को मालवाहक के पलटने से 19 बैगा आदिवासियों की मौत हो गई थी.गाड़ी में सवार 25-30 आदिवासी तेंदूपत्ता तोड़कर वापस लौट रहे थे. उसी समय बाहपानी के पास खाई में मालवाहक जा गिरा था.
इसी तरह 16 जुलाई को सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले में मालवाहक के दुर्घटनाग्रस्त होने से एक सवार की मौके और 20 से अधिक लोग घायल हो गए थे. सवार मजदूर रोजी-रोटी के लिए रोजाना की तरह मालवाहक में सारंगढ़ से बरमकेला जा रहे थे. इसी तरह कमोबेश हर महीने मालवाहकों के दुर्घटनाग्रस्त होने से सवारों के घायल होने और जान जाना आम हो चला है.