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अल्मोड़ा बस हादसा का असल सच आएगा सामने, परिवहन विभाग की जांच हुई पूरी, 38 लोगों की हुई थी मौत - ALMORA BUS ACCIDENT

चार नवंबर को हुआ था अल्मोड़ा बस हादसा. हादसे में 38 लोगों की हुई थी मौत

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अल्मोड़ा बस हादसा (फाइल फोटो) (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 18, 2024, 6:32 PM IST

Updated : Nov 19, 2024, 1:28 PM IST

देहरादून: परिवहन विभाग अल्मोड़ा बस हादसे की रिपोर्ट तैयार करने में जुटा है. हाल ही में परिवहन विभाग की टीम ने घटना स्थल मार्चुला में पहुंचकर हादसे का कारणों का अध्ययन किया था, जिस रिपोर्ट तैयार की जा रही है. इस हादसे में 36 लोगों की मौत तो घटना स्थल पर ही हो गई थी. वहीं दो लोगों ने उपचार के दौरान हॉस्पिटल में दम तोड़ा. वहीं इस हादसें 25 लोग घायल हुए थे, जिनमें से कई का अभी भी उत्तराखंड अलग-अलग हॉस्पिटलों में उपचार चल रहा है.

अल्मोड़ा बस हादसे की जांच और कारणों का पता लगाने के लिए उप परिवहन आयुक्त राजीव मेहरा की अध्यक्षता में टीम का गठन किया था. राजीव मेहरा के अलावा इस चार सदस्य टीम में पीडब्ल्यूडी के सहायक निदेशक संजय बिष्ट, परिवहन के सहायक निदेशक नरेश संगल और पुलिस के सहायक निदेशक अविनाश चौधरी शामिल थे. ये टीम संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह के निर्देश पर गठित की गई थी.

अल्मोड़ा बस हादसे की जांच पूरी (VIDEO- ETV Bharat)

टीम रिपोर्ट तैयार करने में जुटी: जांच टीम ने मार्चुला घटना स्थल पहुंचकर बस दुर्घटना के कारणों का अध्ययन किया. टीम ने अपनी प्रारंभिक जांच पूरी कर ली है, जिसकी जल्द ही रिपोर्ट तैयार कर शासन को दी जाएगी. उप परिवहन आयुक्त राजीव कुमार मेहरा ने बताया कि टीम ने सभी पहलुओं का बारीकी से अध्ययन किया.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए गठित टीम के उप परिवहन आयुक्त राजीव कुमार मेहरा ने बताया कि बस हादसे के बाद लीड एजेंसीज की टीम गठित कर घटना स्थल पर भेजी गई थी, जिसने घटना स्थल के साथ ही सड़क का निरीक्षण भी किया था. इसके अलावा टेक्निकल निरीक्षण भी किया गया था. घटना स्थल से टीम को जितने भी तथ्य मिले है, उनका विश्लेषण किया जा रहा है. उसके बाद घटना की असल वजह साफ हो पाएगी.

साथ ही राजीव कुमार मेहरा ने बताया कि किसी भी वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने के कई कारण होते है. ऐसे में विभाग की ओर से कोशिश की जा रही है कि बस दुर्घटनाग्रस्त होने के सही कारणों का पता चल सके. ताकि भविष्य में इस तरह के दुर्घटनाओं को रोक सके. असल वजह पता किए बिना भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में सभी तथ्यों का विश्लेषण के बाद ही दुर्घटना की असल वजह सामने आ पाएगी. साथ ही कहा कि जल्द ही जांच की प्राथमिक रिपोर्ट परिवहन मुख्यालय को सौंप दी जाएगी.

जानिए क्या हुआ था: बता दें कि चार नवंबर को सुबह पौड़ी गढ़वाल जिले से प्राइवेट बस नैनीताल जिले रामनगर के लिए निकली थी, लेकिन बस अपना सफर पूरा नहीं कर पाई थी. अल्मोड़ा जिले के मार्चुला बस खाई में गिर गई थी. इस हादसे में 36 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था. वहीं 27 लोग घायल हुए थे. घायलों में दो की भी उपचार के दौरान के दौरान मौत हो चुकी है. यानी इस हादसे में कुल 38 लोग की मौत हुई है.

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देहरादून: परिवहन विभाग अल्मोड़ा बस हादसे की रिपोर्ट तैयार करने में जुटा है. हाल ही में परिवहन विभाग की टीम ने घटना स्थल मार्चुला में पहुंचकर हादसे का कारणों का अध्ययन किया था, जिस रिपोर्ट तैयार की जा रही है. इस हादसे में 36 लोगों की मौत तो घटना स्थल पर ही हो गई थी. वहीं दो लोगों ने उपचार के दौरान हॉस्पिटल में दम तोड़ा. वहीं इस हादसें 25 लोग घायल हुए थे, जिनमें से कई का अभी भी उत्तराखंड अलग-अलग हॉस्पिटलों में उपचार चल रहा है.

अल्मोड़ा बस हादसे की जांच और कारणों का पता लगाने के लिए उप परिवहन आयुक्त राजीव मेहरा की अध्यक्षता में टीम का गठन किया था. राजीव मेहरा के अलावा इस चार सदस्य टीम में पीडब्ल्यूडी के सहायक निदेशक संजय बिष्ट, परिवहन के सहायक निदेशक नरेश संगल और पुलिस के सहायक निदेशक अविनाश चौधरी शामिल थे. ये टीम संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह के निर्देश पर गठित की गई थी.

अल्मोड़ा बस हादसे की जांच पूरी (VIDEO- ETV Bharat)

टीम रिपोर्ट तैयार करने में जुटी: जांच टीम ने मार्चुला घटना स्थल पहुंचकर बस दुर्घटना के कारणों का अध्ययन किया. टीम ने अपनी प्रारंभिक जांच पूरी कर ली है, जिसकी जल्द ही रिपोर्ट तैयार कर शासन को दी जाएगी. उप परिवहन आयुक्त राजीव कुमार मेहरा ने बताया कि टीम ने सभी पहलुओं का बारीकी से अध्ययन किया.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए गठित टीम के उप परिवहन आयुक्त राजीव कुमार मेहरा ने बताया कि बस हादसे के बाद लीड एजेंसीज की टीम गठित कर घटना स्थल पर भेजी गई थी, जिसने घटना स्थल के साथ ही सड़क का निरीक्षण भी किया था. इसके अलावा टेक्निकल निरीक्षण भी किया गया था. घटना स्थल से टीम को जितने भी तथ्य मिले है, उनका विश्लेषण किया जा रहा है. उसके बाद घटना की असल वजह साफ हो पाएगी.

साथ ही राजीव कुमार मेहरा ने बताया कि किसी भी वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने के कई कारण होते है. ऐसे में विभाग की ओर से कोशिश की जा रही है कि बस दुर्घटनाग्रस्त होने के सही कारणों का पता चल सके. ताकि भविष्य में इस तरह के दुर्घटनाओं को रोक सके. असल वजह पता किए बिना भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में सभी तथ्यों का विश्लेषण के बाद ही दुर्घटना की असल वजह सामने आ पाएगी. साथ ही कहा कि जल्द ही जांच की प्राथमिक रिपोर्ट परिवहन मुख्यालय को सौंप दी जाएगी.

जानिए क्या हुआ था: बता दें कि चार नवंबर को सुबह पौड़ी गढ़वाल जिले से प्राइवेट बस नैनीताल जिले रामनगर के लिए निकली थी, लेकिन बस अपना सफर पूरा नहीं कर पाई थी. अल्मोड़ा जिले के मार्चुला बस खाई में गिर गई थी. इस हादसे में 36 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था. वहीं 27 लोग घायल हुए थे. घायलों में दो की भी उपचार के दौरान के दौरान मौत हो चुकी है. यानी इस हादसे में कुल 38 लोग की मौत हुई है.

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Last Updated : Nov 19, 2024, 1:28 PM IST
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