रांची: झारखंड में पहली बार कोई ट्रांसजेंडर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की जिम्मेदारी संभालेंगी. प. सिंहभूम के मनोहरपुर की रहने वाली अमिर महतो को स्वास्थ्य विभाग ने बतौर सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी के रूप में नियुक्त किया है.
झारखंड मंत्रालय में 29 अगस्त को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अमिर महतो को नियुक्ति पत्र सौंपा. ओडिशा के संबलपुर नर्सिंग कॉलेज से एमएएसी नर्सिंग करने के बाद झारखंड में नियुक्त हुईं अमिर महतो ने खुशी जताते हुए कहा कि मुझे उम्मीद नहीं थी कि सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी के रूप में बहाली होगी. प्रोजेक्ट भवन में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए अमिर महतो कहती हैं कि एक ट्रांसजेंडर के लिए संघर्ष क्या होता है वही जानती हैं इसके बावजूद हमने सरकारी नौकरी पाने में सफल रही.
अमिर महतो कहती हैं मेरे साथ सुखद बात यह रही कि कॉलेज में भी कोई परेशानी नहीं हुई. क्लास में तीन लड़कों को छोड़कर सभी लड़कियां थीं और सभी ने खासकर प्रिंसिपल से लेकर विद्यार्थी तक कॉपरेटिव थे.
पटना एम्स में दे चुकी हैं सेवा
पटना एम्स में सेवा दे चूकी ट्रांसजेंडर अमित महतो बड़े ही बेबाकी के साथ कहती हैं कि अस्पतालों में उनके द्वारा पुरुष और महिला मरीज के बीच कोई भेदभाव नहीं होगा और उन्हें सेवा देने में भी कोई खास परेशानी नहीं होगी. रिम्स से बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई के बाद संबलपुर नर्सिंग कॉलेज से एमएससी नर्सिंग की पढ़ाई करने पहुंची अमिर महतो की पढ़ाई के प्रति ललक देखने को मिलती है. उनका मानना है कि पढ़ाई आगे भी जारी रहेगी और सीएचओ के जरिए लोगों को स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने में वो कोई कसर नहीं छोड़ेंगी.
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