धनबादः नववर्ष 2025 को लेकर पर्यटकों की भीड़ जिले के विभिन्न पिकनिक स्पॉट पर उमड़ रही है. सैलानी अपने परिवार और दोस्तों के साथ अपनी पसंदीदा स्थानों पर जाकर मौज-मस्ती कर रहे हैं. खासकर युवा वर्ग में इसे लेकर खासा उत्साह नजर आ रहा है.
1924 में तोपचांची झील का निर्माण हुआ था
बता दें कि धनबाद जिले में कई पिकनिक स्पॉट हैं. उनमें से एक तोपचांची झील है. धनबाद मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर हावड़ा-नई दिल्ली नेशनल हाइवे पर तोपचांची झील है. जिसे लोग वाटर बोर्ड भी कहते हैं. अंगेजों ने तोपचांची झील को 1924 में बनाया था. बीते साल नवम्बर 2024 में इसके 100 साल हो गए हैं.
प्राकृतिक सुंदरता लोगों को कर रही आकर्षित
तोपचांची झील की खूबसूरती सैलानियों को बरबस अपनी ओर आकर्षित कर रही है. इस कारण दिसंबर से ही यहां पर्यटकों की भीड़ उमड़ने लगी है. पहाड़ और झील की सुंदरता को देख सैलानी तरोताजा हो रहे हैं. यहां घूमने आने वाले सैलानी इस खास पल को अपने मोबाइल में कैद कर रख रहे हैं.
धनबाद में डल झील जैसा अहसास
वहीं तोपचांची झील घूमने आए सैलानियों ने कहा कि यहां आकर कश्मीर की डल झील जैसा अहसास हो रहा है. तोपचांची झील बहुत सुंदर है. लेकिन यहां बोटिंग की कमी खल रही है. वहीं कई पर्यटकों ने कहा कि झारखंड में एक साथ पहाड़ और झील उन्होंने और कही नहीं देखा है. यहां के बारे में जितना सुना था उससे भी सुंदर झील है. मनमोहक दृश्य को देख कर एक अलग तरह की खुशी मिलती है.
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