चंबा: हिमाचल प्रदेश में इन दिनों मौसम की बेरुखी देखने को मिल रही है. प्रदेश में कारोबारी, बागवान सहित टूरिस्ट भी हिमाचल में बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं. वहीं, इस मौसम में बर्फबारी नहीं होने से जहां एक ओर किसान और बागवानों को खेती की चिंता सता रही है. वहीं, दूसरी ओर पर्यटकों के नहीं आने से पर्यटन कारोबारी भी चिंतित दिखाई दे रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी नहीं होने से चंबा जिले की खूबसूरत पर्यटन नगरी डलहौजी में पर्यटन व्यवसाय मंदी के दौर से गुजर रहा है. बिना बर्फबारी के डलहौजी पर्यटकों के बिना सूनी-सूनी नजर आ रही है. इन दिनों जहां डलहौजी बर्फ की मोटी सफेद चादर से सराबोर रहती थी. वहीं इस बार यहां मौसम के तेवर जनवरी माह का एहसास नहीं करवा रहे. यहां पर पारा सामान्य से तीन या चार डिग्री ऊपर चल रहा है. नए साल के जश्न के बाद पर्यटन नगरी डलहौजी पर्यटकों के बिना सूनी हो गई है.
जहां डलहौजी के गांधी चौक, सुभाष चौक और बाजार पर्यटकों से गुलज़ार दिखते थे. आज उन स्थानों पर सन्नाटा छाया हुआ है. बिना बर्फबारी के यहां का पर्यटन कारोबार सिमट गया है. नए साल के मौके पर जहां डलहौजी के सभी होटल पैक थे. वहीं, उसके बाद से अब तक यहां के होटल खाली नजर आ रहे हैं. होटलों में महज 10 से 20 प्रतिशत के आसपास ही ऑक्यूपेंसी रह गई है. ज्यादातर होटल कई दिनों से खाली पड़े हुए हैं. वीकेंड पर भी अब यहां पर पर्यटक नजर नहीं आ रहे.
कारोबार के लिए होटलियर्स के साथ-साथ अन्य व्यापार वर्ग के लोगों को भी इस बार मौसम का साथ नहीं मिल रहा है. बर्फबारी न होने के कारण होटलियर्स को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. गौरतलब है कि क्रिसमस और नए साल के मौके पर डलहौजी में पर्यटकों की खासी आमद रही. वहीं, मौसम के मिजाज को देखते हुए आने वाले दिनों में भी बर्फबारी के आसार कम ही नजर आ रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश होटल फेडरेशन और चेयरमैन होटल एंड रेस्टॉरेंट फेडरेशन डलहौजी के सीनियर वाइस प्रेजिडेंट मनोज चड्डा ने इसको लेकर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा ऐसा कई सालों बाद देखने को मिल रहा है कि जनवरी का आधा महीने से ज्यादा बीतने के बाद भी ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रो में बर्फबारी नहीं हुई है. जिसका पर्यटन व्यवसाय पर बुरा असर हुआ है और होटलों में ऑक्यूपेंसी ना के बराबर है.
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