ETV Bharat / state

एक जुलाई से पलामू टाइगर रिजर्व के पर्यटन गतिविधियों पर रहेगी रोक, वाइल्ड लाइफ के लिए खास पहल - Tourism activity will be banned

Tourism Activity. प्रत्येक वर्ष तीन महीनों के लिए बारिश के दिनों में पर्यटन गतिविधियों पर रोक लगा दी जाती है. इस दौरान वाइल्ड लाइफ ब्रीडिंग करते हैं और इनकी संख्या में बढ़ोतरी होती है.

tourism-activity-will-be-banned-in-betla-national-park-from-july-1
पलामू टाइगर रिजर्व (ETV BHARAT)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jun 30, 2024, 6:19 PM IST

पलामू: एक जुलाई से पलामू टाइगर रिजर्व के बेतला नेशनल पार्क के इलाके में पर्यटन गतिविधि पर रोक लगा दी जाएगी. यह रोक अगले तीन महीने 30 सितंबर तक के लिए लागू रहेगा. इस दौरान बेतला नेशनल पार्क के इलाके में किसी भी तरह के पर्यटन गतिविधि का संचालन नहीं किया जाएगा. दरअसल, प्रत्येक वर्ष तीन महीनों के लिए बारिश के दिनों में पर्यटन गतिविधि पर रोक लगा दी जाती है. इन तीनों महीनों के दौरान वाइल्ड लाइफ ब्रीडिंग करते हैं और इनकी संख्या में बढ़ोतरी होती है.पलामू टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने खास योजना तैयार किया है. इसे लेकर वन्य जीवों वाले इलाके में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है. साथ ही साथ सभी जल स्रोतों पर निगरानी की जा रही है.

बताया जा रहा है कि पलामू टाइगर रिजर्व प्रबंधन का इलाकों में ड्रोन के माध्यम से निगरानी रखा जाएगा. पलामू टाइगर रिजर्व के निदेशक कुमार आशुतोष ने बताया कि एक जुलाई से पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में पर्यटन गतिविधि पर रोक लगाई जाएगी, जो 30 सितंबर तक जारी रहेगी. पीटीआर प्रबंधन द्वारा मानसून के दौरान पेट्रोलिंग को तेज किया जाएगा, साथ ही साथ अन्य तरह के निगरानी को भी बढ़ाया जाएगा. वहीं, पीटीआर (पलामू टाइगर रिजर्व) के दौरान काला हिरण, चीतल को भी सॉफ्ट रिलीज सेंटर में भेजा दिया जाएगा.

पीटीआर में लाया जाएगा काला हिरण समेत अन्य जीव

बरसात के आगमन के साथ जुलाई महीने में ही पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में भगवान बिरसा मुंडा जैविक उद्यान से काला हिरण, चीतल, बायसन को लाया जाना है. सेंट्रल जूस अथॉरिटी मिलने के बाद पलामू टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा बिरसा मुंडा जैविक उद्यान से 44 काला हिरण, 279 स्पॉटेड हिरण, 18 सांभर, 13 नीलगाय और 14 बर्किंग डियर को लाया जाएगा.

ये भी पढ़ें: मानसून की हल्की बौछार से खूंटी शहर हुआ जलमग्न, डाकबंगला रोड पर बह रहा नाली का पानी

ये भी पढ़ें: SNMMCH में निजी एंबुलेंस चालकों का जमावड़ा, रात में आने वाली महिला डॉक्टर और छात्राओं पर करते हैं भद्दे कमेंट

पलामू: एक जुलाई से पलामू टाइगर रिजर्व के बेतला नेशनल पार्क के इलाके में पर्यटन गतिविधि पर रोक लगा दी जाएगी. यह रोक अगले तीन महीने 30 सितंबर तक के लिए लागू रहेगा. इस दौरान बेतला नेशनल पार्क के इलाके में किसी भी तरह के पर्यटन गतिविधि का संचालन नहीं किया जाएगा. दरअसल, प्रत्येक वर्ष तीन महीनों के लिए बारिश के दिनों में पर्यटन गतिविधि पर रोक लगा दी जाती है. इन तीनों महीनों के दौरान वाइल्ड लाइफ ब्रीडिंग करते हैं और इनकी संख्या में बढ़ोतरी होती है.पलामू टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने खास योजना तैयार किया है. इसे लेकर वन्य जीवों वाले इलाके में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है. साथ ही साथ सभी जल स्रोतों पर निगरानी की जा रही है.

बताया जा रहा है कि पलामू टाइगर रिजर्व प्रबंधन का इलाकों में ड्रोन के माध्यम से निगरानी रखा जाएगा. पलामू टाइगर रिजर्व के निदेशक कुमार आशुतोष ने बताया कि एक जुलाई से पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में पर्यटन गतिविधि पर रोक लगाई जाएगी, जो 30 सितंबर तक जारी रहेगी. पीटीआर प्रबंधन द्वारा मानसून के दौरान पेट्रोलिंग को तेज किया जाएगा, साथ ही साथ अन्य तरह के निगरानी को भी बढ़ाया जाएगा. वहीं, पीटीआर (पलामू टाइगर रिजर्व) के दौरान काला हिरण, चीतल को भी सॉफ्ट रिलीज सेंटर में भेजा दिया जाएगा.

पीटीआर में लाया जाएगा काला हिरण समेत अन्य जीव

बरसात के आगमन के साथ जुलाई महीने में ही पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में भगवान बिरसा मुंडा जैविक उद्यान से काला हिरण, चीतल, बायसन को लाया जाना है. सेंट्रल जूस अथॉरिटी मिलने के बाद पलामू टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा बिरसा मुंडा जैविक उद्यान से 44 काला हिरण, 279 स्पॉटेड हिरण, 18 सांभर, 13 नीलगाय और 14 बर्किंग डियर को लाया जाएगा.

ये भी पढ़ें: मानसून की हल्की बौछार से खूंटी शहर हुआ जलमग्न, डाकबंगला रोड पर बह रहा नाली का पानी

ये भी पढ़ें: SNMMCH में निजी एंबुलेंस चालकों का जमावड़ा, रात में आने वाली महिला डॉक्टर और छात्राओं पर करते हैं भद्दे कमेंट

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.