रामनगर: बांसीटीला गांव में खेत में काम कर रहे किसान को निवाला बनाने वाले बाघिन को वन विभाग की टीम ने ट्रेंकुलाइज कर लिया है. बाघिन को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू सेंटर ढेला में रखा गया है. वन विभाग की मानें तो बाघिन स्वस्थ है, जिसकी उम्र 2 से 3 वर्ष है. घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल था और ग्रामीणों की ओर से बाघिन को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग की जा रही थी.
बता दें कि कॉर्बेट पार्क अंतर्गत आने वाले बिजरानी रेंज के मनोरथपुर बांसीटीला गांव में बीती 18 अप्रैल की शाम को प्रमोद तिवारी खेतों में गेहूं काट रहा था, तभी अचानक उस पर बाघिन ने हमला कर दिया और करीब 70 मीटर तक घसीटकर ले गई. वहीं, चीख पुकार सुनते ही मौके पर मौजूद लोगों ने शोर मचाया और प्रमोद के नंबर पर कॉल किया. ऐसे में बाघिन शोर व मोबाइल की घंटी की आवाज सुनकर भाग गई. ग्रामीण जब तक प्रमोद के पास पहुंचे, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से अनुमति मिलने के बाद कॉर्बेट प्रशासन ने बाघिन को पकड़ने के लिए घटनास्थल के आसपास पिंजरा लगा दिया था. साथ ही ड्रोन के जरिए वन विभाग के कर्मचारी लगातार निगरानी कर रहे थे. कॉर्बेट पार्क के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. दुष्यंत शर्मा और उनकी टीम भी बाघिन को ट्रेंकुलाइज करने को लेकर प्रयासरत थी.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक दिगंत नायक ने बताया कि आज सुबह बाघिन को ट्रेंकुलाइज कर लिया गया है. बाघिन के सैंपल मैच कराने के लिए सीसीएमबी हैदराबाद भेजे गए हैं. इसके बाद स्पष्ट हो पाएगा कि प्रमोद तिवारी को निवाला बनाने वाली बाघिन है या नहीं है.
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