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गोरखपुर में मठ और योगी के भरोसे रविकिशन, काजल निषाद के लिए राहुल, प्रियंका, खरगे और अखिलेश झोंकी ताकत - Lok Sabha Election 2024

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : May 28, 2024, 7:43 PM IST

Updated : May 28, 2024, 8:00 PM IST

गोरखपुर लोकसभा सीट से कहने को तो बीजेपी प्रत्याशी रवि किशन हैं लेकिन असली चुनाव तो योगी बाबा ही लड़ रहे हैं, तो वहीं इंडिया गठबंधन की प्रत्याशी काजल निषाद के लिए अखिलेश, प्रियंका, खरगे और राहुल ने भरी हुंकार.

Yogi is face of BJP
योगी ही बीजेपी का चेहरा (Photo Credit ETV BHARAT)

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश में सातवें और अंतिम चरण में एक जून को मतदान होना है. गोरखपुर जिले की दोनों सीटों पर बीजेपी और इंडिया गठबंधन ने पूरी ताकत झोंक रखी है. कहने को तो गोरखपुर में बीजेपी के प्रत्याशी रवि किशन हैं लेकिन खेवनहार योगी बाबा ही हैं. इसीलिए गोरखपुर की दोनों सीटों पर योगी आदित्यनाथ पूरा जोर लगाए हुए हैं. वहीं इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी काजल निषाद के पक्ष में सपा और कांग्रेस के दिग्गजों ने प्रचार कर माहौल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.

Ravi Kishan vs Kajal Nishad in Gorakhpur
गोरखपुर में रवि किशन vs काजल निषाद (Photo Credit ETV BHARAT)

गोरखपुर जिले में दो लोक सभा सीट है. गोरखपुर और बांसगांव लोक सभा. इन दोनों सीट को जीतने के लिए इंडिया गठबंधन ने पूरी ताकत झोंक रखी है. अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी तक ने यहां रैलियां करके जमकर हुंकार भरा है. वहीं इन दोनों प्रतिष्ठित सीट के लिए बीजेपी ने अकेले सीएम योगी को ही जिम्मेदारी दे रखी है. पीएम ने देवरिया जिले में एक संयुक्त रैली 26 मई को किया था. लेकिन असली जो योगी ही लगा रहे हैं. जिसके लिए वह ताबड़तोड़ सभा कर रहे हैं.

Kamlesh Paswan vs Sadal Prasad in Bansgaon
बांसगांव में कमलेश पासवान vs सदल प्रसाद (Photo Credit ETV BHARAT)

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 29 अप्रैल की शाम को योगी के साथ रोड शो में शामिल होंगे. ऐसे में बीजेपी की इन दोनों सीट के जीत हार का सेहरा योगी के ही सिर सजेगा. गोरखपुर लोकसभा सीट जहां योगी और गोरखनाथ मंदिर की परंपरागत सीट मानी जाती है. योगी आदित्यनाथ खुद इस सीट पर पांच बार चुनाव जीत चुके हैं, तो बांसगांव लोकसभा सीट पर, बीजेपी इस बार लगातार चौथी बार जीतने की पुरजोर कोशिश में जुटी है.

तो वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने भी अपनी रैली में 25 मई को ही बीजेपी पर जोरदार तंज किया था. उन्होंने कहा था कि बीजेपी की सरकार में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी हुई है, और पूंजीपतियों का खजाना भरा है. यह सरकार पूंजीपतियों की हितैषी है, आम जनता की नहीं, इन्हें उखाड़ फेंकना है.

सपा के जिला अध्यक्ष बृजेश गौतम कहते हैं कि, इस बार बीजेपी को गठबंधन मात देगा और 2018 के उप चुनाव का इतिहास समाजवादी पार्टी दोहराएगी. बांसगांव लोकसभा सीट पर भी गठबंधन इतिहास रचने जा रहा है. वहां गठबंधन का कांग्रेस प्रत्याशी बड़े अंतर से चुनाव जीतेगा.

वहीं इन दोनों सीटों पर विपक्ष को घेरने की अकेले जिम्मेदारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सिर माथे पर है. हालांकि प्रत्याशी रवि किशन भी काफी जोर लगा रहे हैं. वह अभी तक करीब 500 नुक्कड़ सभाएं कर चुके हैं, जो एक रिकॉर्ड है. तो बांसगांव लोकसभा सीट पर भी कमलेश पासवान के समर्थन में अंतिम दौर में अब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य जैसे कुछ नेताओं की सभाएं लग रही हैं.

पूर्वांचल की इन दोनों सीटों पर योगी की ही भूमिका असली है. वह जहां भी सभा कर रहे हैं अपनी सरकार की उपलब्धियां को तो गिना ही रहे हैं. जब वह सांसद थे तब के कार्यों की भी चर्चा करने से वह नहीं चूकते. उन्होंने कहा कि इन दोनों क्षेत्र की जनता ने भाजपा और उन पर जो विश्वास जताया है, उसी का परिणाम है कि गोरखपुर में विकास के कई बड़े प्रोजेक्ट दिखाई देते हैं और लगातार विकास हो रहा है.

योगी बार-बार सभा में सबसे पहले मतदान की अपील कर रहे हैं. और कह रहे हैं कि गर्मी को देखते हुए सुबह जितना जल्दी हो सके मतदान को पूर्ण कीजिए. और फिर जलपान की तरफ बढ़िए. यह देश और संविधान को बचाने का चुनाव है. योगी लगातार सभाएं कर रहे हैं. हर दिन उनकी दो सभाएं दोनों लोकसभा में हो रही हैं.

सीएम योगी के चुनावी जनसभाओं के प्रभारी क्षेत्रीय मंत्री जनार्दन तिवारी कहते हैं कि, गोरखपुर लोकसभा सीट जीतने में बीजेपी को कोई कठिनाई नहीं है. लेकिन सीएम योगी की रैलियां से लोगों में उत्साह बढ़ता है. और यह मत प्रतिशत को बढ़ाने में बड़ी भूमिका अदा करेगा.

ये भी पढ़ें: गोरखपुर में सीएम योगी का ऐलान, दिल्ली के सिंहासन पर होगा रामभक्त का राज

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश में सातवें और अंतिम चरण में एक जून को मतदान होना है. गोरखपुर जिले की दोनों सीटों पर बीजेपी और इंडिया गठबंधन ने पूरी ताकत झोंक रखी है. कहने को तो गोरखपुर में बीजेपी के प्रत्याशी रवि किशन हैं लेकिन खेवनहार योगी बाबा ही हैं. इसीलिए गोरखपुर की दोनों सीटों पर योगी आदित्यनाथ पूरा जोर लगाए हुए हैं. वहीं इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी काजल निषाद के पक्ष में सपा और कांग्रेस के दिग्गजों ने प्रचार कर माहौल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.

Ravi Kishan vs Kajal Nishad in Gorakhpur
गोरखपुर में रवि किशन vs काजल निषाद (Photo Credit ETV BHARAT)

गोरखपुर जिले में दो लोक सभा सीट है. गोरखपुर और बांसगांव लोक सभा. इन दोनों सीट को जीतने के लिए इंडिया गठबंधन ने पूरी ताकत झोंक रखी है. अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी तक ने यहां रैलियां करके जमकर हुंकार भरा है. वहीं इन दोनों प्रतिष्ठित सीट के लिए बीजेपी ने अकेले सीएम योगी को ही जिम्मेदारी दे रखी है. पीएम ने देवरिया जिले में एक संयुक्त रैली 26 मई को किया था. लेकिन असली जो योगी ही लगा रहे हैं. जिसके लिए वह ताबड़तोड़ सभा कर रहे हैं.

Kamlesh Paswan vs Sadal Prasad in Bansgaon
बांसगांव में कमलेश पासवान vs सदल प्रसाद (Photo Credit ETV BHARAT)

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 29 अप्रैल की शाम को योगी के साथ रोड शो में शामिल होंगे. ऐसे में बीजेपी की इन दोनों सीट के जीत हार का सेहरा योगी के ही सिर सजेगा. गोरखपुर लोकसभा सीट जहां योगी और गोरखनाथ मंदिर की परंपरागत सीट मानी जाती है. योगी आदित्यनाथ खुद इस सीट पर पांच बार चुनाव जीत चुके हैं, तो बांसगांव लोकसभा सीट पर, बीजेपी इस बार लगातार चौथी बार जीतने की पुरजोर कोशिश में जुटी है.

तो वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने भी अपनी रैली में 25 मई को ही बीजेपी पर जोरदार तंज किया था. उन्होंने कहा था कि बीजेपी की सरकार में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी हुई है, और पूंजीपतियों का खजाना भरा है. यह सरकार पूंजीपतियों की हितैषी है, आम जनता की नहीं, इन्हें उखाड़ फेंकना है.

सपा के जिला अध्यक्ष बृजेश गौतम कहते हैं कि, इस बार बीजेपी को गठबंधन मात देगा और 2018 के उप चुनाव का इतिहास समाजवादी पार्टी दोहराएगी. बांसगांव लोकसभा सीट पर भी गठबंधन इतिहास रचने जा रहा है. वहां गठबंधन का कांग्रेस प्रत्याशी बड़े अंतर से चुनाव जीतेगा.

वहीं इन दोनों सीटों पर विपक्ष को घेरने की अकेले जिम्मेदारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सिर माथे पर है. हालांकि प्रत्याशी रवि किशन भी काफी जोर लगा रहे हैं. वह अभी तक करीब 500 नुक्कड़ सभाएं कर चुके हैं, जो एक रिकॉर्ड है. तो बांसगांव लोकसभा सीट पर भी कमलेश पासवान के समर्थन में अंतिम दौर में अब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य जैसे कुछ नेताओं की सभाएं लग रही हैं.

पूर्वांचल की इन दोनों सीटों पर योगी की ही भूमिका असली है. वह जहां भी सभा कर रहे हैं अपनी सरकार की उपलब्धियां को तो गिना ही रहे हैं. जब वह सांसद थे तब के कार्यों की भी चर्चा करने से वह नहीं चूकते. उन्होंने कहा कि इन दोनों क्षेत्र की जनता ने भाजपा और उन पर जो विश्वास जताया है, उसी का परिणाम है कि गोरखपुर में विकास के कई बड़े प्रोजेक्ट दिखाई देते हैं और लगातार विकास हो रहा है.

योगी बार-बार सभा में सबसे पहले मतदान की अपील कर रहे हैं. और कह रहे हैं कि गर्मी को देखते हुए सुबह जितना जल्दी हो सके मतदान को पूर्ण कीजिए. और फिर जलपान की तरफ बढ़िए. यह देश और संविधान को बचाने का चुनाव है. योगी लगातार सभाएं कर रहे हैं. हर दिन उनकी दो सभाएं दोनों लोकसभा में हो रही हैं.

सीएम योगी के चुनावी जनसभाओं के प्रभारी क्षेत्रीय मंत्री जनार्दन तिवारी कहते हैं कि, गोरखपुर लोकसभा सीट जीतने में बीजेपी को कोई कठिनाई नहीं है. लेकिन सीएम योगी की रैलियां से लोगों में उत्साह बढ़ता है. और यह मत प्रतिशत को बढ़ाने में बड़ी भूमिका अदा करेगा.

ये भी पढ़ें: गोरखपुर में सीएम योगी का ऐलान, दिल्ली के सिंहासन पर होगा रामभक्त का राज

Last Updated : May 28, 2024, 8:00 PM IST
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