लखीमपुर खीरी : यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में एक बाघ शावक गांव की गलियों में टहलता देखा गया. इससे गांव में हड़कंप मच गया. मामला दक्षिण खीरी वन प्रभाग के महेशपुर वन रेंज का है. खबर पर पहुंची वन विभाग की टीम ने शावक को रेस्क्यू कर महेशपुर वन कार्यालय ले गई. इसके बाद उच्चाधिकारियों के निर्देश पर शावक को गोरखपुर जू भेज दिया गया.
डीएफओ साउथ खीरी संजय बिस्वाल के अनुसार गुरुवार को महेशपुर वन क्षेत्र के देवीपुर बीट के गांव भगतपुर गांव के पास बाघिन के शावक को देखे जाने की खबर मिली थी. सूचना पर रेंजर नरेश पाल सिंह ने अपनी टीम दिन रात गश्त के लिए तैनात कर दी. इस टीम में वन दारोगा अभिषेक कुमार, शिवकुमार कश्यप, वन रक्षक अशोक कुमार सहित वाचर लगाए गए. दो दिनों से शावक पर निगरानी चल रही थी.
शुक्रवार सवेरे करीब छह बजे बाघिन का शावक बरगद के पेड़ के नीचे से भगतपुर गांव में गलियारे में टहलता दिखा. जिसकी सूचना गश्त कर रहे कर्मचारियों ने रेंजर को दी. इसके बाद रेंजर नरेशपाल सिंह, डिप्टी रेंजर रामनरेश वर्मा, सुरेन्द्र पाल गौतम वन दारोगा जगदीश वर्मा, रोहित कुमार, मित्रपाल सिंह तोमर, वन रक्षक नरेंद्र वर्मा मौके पर पहुंचे. टीम ने शावक को रेस्क्यू कर पहले महेशपुर वन कार्यालय पहुंचाया. शावक की उम्र करीब चालीस दिन है और वह काफी दुबला है और ज्यादा चल पाने में भी असमर्थ है. शावक को गोरखपुर जू भेज दिया गया है.
डीएफओ संजय बिस्वाल ने बताया कि करीब 24 घंटे हमने शावक की निगरानी की. बाघिन के आने का इंतजार किया, पर बाघिन नहीं आई. इसी बीच शावक गांव में पहुंच गया. इसके बाद वन विभाग की टीम ने शावक को पकड़ लिया. प्राथमिक जांच के बाद शावक को गोरखपुर जू भेज दिया गया है. गोरखपुर जू में ही शावक का इलाज भी होगा.
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