सवाई माधोपुर: रणथंभौर नेशनल पार्क के मध्य स्थित रणथंभौर दुर्ग में अचानक उस वक्त हड़कंप मच गया, जब बाघिन ऐरोहेड टी 84 अपने तीन शावकों के साथ दुर्ग में पहुंच गई. इस दौरान बाघिन के एक शावक ने त्रिनेत्र गणेश दर्शनों के लिए आए एक श्रद्धालु पर हमला कर दिया. श्रद्धालु पर शावक ने हल्का सा झपट्टा मारा. जिससे श्रद्धालु की शर्ट फट गई और शावक के नाखून से हल्की सी खरोंच भर आईं. इस दौरान बाघिन दुर्ग में करीब एक से डेढ़ घंटे तक बैठी रही.
मौके पर मौजूद लोगों ने वन विभाग को घटना की सूचना दी. सूचना मिलने के करीब डेढ़ घंटे बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और दुर्ग में फंसे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बाहर निकाला. वहीं वनकर्मियों द्वारा हल्ला कर बाघिन एंव शावकों को भगाया गया. इस दौरान वन विभाग एवं स्थानीय लोगों ने दुर्ग से करीब 500-700 लोगों को बाहर निकाला. विभाग की टीम के मौके पर पहुंचने तक दुर्ग में मौजूद लोग दहशत में रहे.
घटना को लेकर रणथंभौर टाइगर रिजर्व के डीएफओ रामानंद भाकर का कहना है कि बाघिन ऐरोहेड के एक शावक ने एक श्रद्धालु पर हमला किया था. हमले में उसे हल्के नाखून की खरोंच आई है. वहीं रणथंभौर की आरोपीटी रेंज के रेंजर कैलाश शर्मा ने बताया कि सभी श्रद्धालुओ को रणथंभौर दुर्ग से बाहर निकाल दिया गया है. बाघिन को भी मौके से भगा दिया गया. एतिहात के तौर पर दुर्ग में फोटो ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं. वही वनकर्मियों की टीम तैनात की गई है, जो बाघिन एंव शावकों की मॉनिटरिंग में जुटी हुई है.