बांसवाड़ा. असली नोट लेकर उन्हें जादू से कई गुना बढ़ाकर लौटाने के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. साथ ही उसके द्वारा हड़पे गए तीन लाख रुपए जब्त किए गए हैं. साथ में 5 लाख 50 हजार के नकली नोट और 2 करोड़ 85 लाख के चिल्ड्रन बैंक के नोट भी पुलिस ने जब्त किए हैं. पुलिस का कहना है इस पूरे गैंग में मध्य प्रदेश और गुजरात के लोग भी शामिल हैं जिनकी तलाश की जा रही है.
बांसवाड़ा पुलिस के अनुसार कुशलगढ़ थाने में अहमदाबाद निवासी अभि कुमार पुत्र दिनेश कुमार ने एक रिपोर्ट दर्ज कराई. इसमें बताया गया कि कुशलगढ़ के रतलाम रोड निवासी वाहिद महाराज उर्फ अब्दुल वाहिद मकरानी उम्र 55 वर्ष में उनके साथ 2 मार्च को 151000 रुपए की धोखाधड़ी की है. आरोपी ने जादू-टोने के जरिए नोटों को कई गुणा करने के नाम पर ठगा.
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रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि इससे पहले प्रार्थी के एक दोस्त जगदीश यादव के साथ भी ऐसी ही धोखाधड़ी आरोपी ने की है. उससे भी 1 लाख 51 हजार लिए और 2 करोड़ रुपए देने का वादा किया था. इस मामले में कार्रवाई करते हुए कुशलगढ़ थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही उसके तीन साथी एमपी निवासी हरीश बैरागी पुत्र गोविंद बैरागी, बांसवाड़ा निवासी भारत व नीरू कटारा पुत्र मोना सिंह निवासी दौलतपुरा की तलाश की जा रही है.
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यह सामान किया जब्त: थानाधिकारी सवाई सिंह ने बताया कि आरोपी के कमरे से पीड़ितों से हड़पे 3 लाख रुपए, एक कार, दो मोबाइल और 5 लाख 50000 के नकली नोट जब्त किए गए हैं. इसके साथ ही पुलिस ने यह भी बताया कि भारत और नीरू के कमरे से 2 करोड़ 85 लाख के चिल्ड्रन बैंक के नोट भी जब्त किए गए हैं. फिलहाल आरोपी से आगे की पूछताछ की जा रही है जिससे कि और भी खुलासे हो सकते हैं.
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ऐसे देते थे धोखाधड़ी को अंजाम: आरोपी ने बताया कि जब भी उनके मित्र हरीश बैरागी के जरिए कोई ग्राहक कुशलगढ़ आता, तो उसे रात में अंधेरे कमरे में बुलाते. यह विशेष कमरा नीरू कटारा के घर के अंदर बनाया हुआ है. रात में कमरें में बहुत कम उजाले में असली नोट ले लेते और जादू टोने के जरिए अंधेरे में नकली नोट गिराते थे. अंधेरा होने के कारण असली नोट देने वाला व्यक्ति नकली नोट को पहचान ही नहीं पाता था.