ETV Bharat / state

यूपी का अनपढ़ नटवरलाल; सिर्फ IAS अफसरों को बनाता था निशाना, जानिए कैसे करता था ब्लैकमेल? - CM Yogi Fake Secretary Arrested

यूपी के बस्ती जिले में एसटीएफ और पुलिस ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है, जो आम लोगों को नहीं बल्कि आईएएस अफसरों का निशाना बनाता था. आइए जानते हैं यह नटवरलाल कौन है और कैसे ठगी करता था.

author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 24, 2024, 3:35 PM IST

विवेक तिवारी
विवेक तिवारी (Photo Credit; Etv Bharat)

लखनऊ: वो अनपढ़ था फिर भी उसने 20 से अधिक यूपी के IAS अफसरों को मूर्ख बना दिया. उसने कभी क्रीम पोस्टिंग दिलाने के नाम पर तो कभी सीएम ऑफिस में शिकायत को दबाने के नाम पर पैसे वसूले. इस नटवरलाल को मुंह जुबानी करीब दो सौ अफसरों के नम्बर याद है और खुद को बताता है सीएम योगी का निजी सचिव. आखिरी गलती उससे बस्ती के जिलाधिकारी को डरा कर पैसे वसूलने की हुई थी. जिसके बाद यूपी STF ने उसे एक एसडीएम को ठगने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया. आइए जानते है ये कौन हैं नटवरलाल?

सीडीओ से बोला शिकायत दबा दूंगा, तो DM से कहा-रुकवा लो तबादला
कुछ दिन पहले यूपी के बस्ती जिले के सीडीओ को एक कॉल आई, जिसके Truecaller में सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम डिस्प्ले कर रहा था. सीडीओ ने फोन उठाया तो उधर से आवाजा आई कि मैं सचिव मुख्यमंत्री बोल रहा हूं. आपकी एक शिकायत पंचम तल में आई है, जिसकी जांच के आदेश होने वाले हैं. यदि कहिए तो शिकायतकर्ता और आपके बीच की मीटिंग करवा दूं. लेकिन इसके लिए कुछ खर्च करना पड़ सकता है. सीडीओ से कॉलर ने कहा कि वह दूसरे दिन कॉल करेगा तब तक सोच समझ लें. इसी दिन नटवरलाल ने बस्ती के ही जिलाधिकारी को कॉल कर दी और कहा कि आपका तबादला होने वाला है, लिस्ट बनने जा रही है, कहिए तो इसे रुकवा दूं.


SDM को ठगने से पहले ही STF ने नटवरलाल को दबोचा
बस्ती जिले के कोतवाली इंस्पेक्टर विजय दुबे ने बताया कि जिलाधिकारी को कॉलर संदिध लगा, जिस पर उन्होंने तत्काल लखनऊ में कॉल कर उक्त अफसर को वेरिफाई किया, जिस पर कालर फर्जी निकला था. इसके बाद कोतवाली में एक मुकदमा पंजीकृत किया गया. इसके बाद बस्ती पुलिस के साथ साथ STF ने भी कॉलर की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी. इसके बाद रविवार को अफसरों को कॉल करने वाला विवेक शर्मा उर्फ विवेक चौधरी उर्फ विवेक तिवारी को बस्ती से गिरफ्तार किया गया. नटवरलाल विवेक इस बार एक एसडीएम को ठगने की प्लानिंग कर रहा था.


नटवरलाल को याद है 180 अफसरों के नम्बर
इंस्पेक्टर विजय दुबे ने बताया कि आरोपी विवेक शर्मा उर्फ विवेक चौधरी उर्फ विवेक तिवारी मूल रूप से आगरा का रहने वाला है. STF और पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो हैरान करने वाली बातें सामने आई. आरोपी नटवरलाल ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है फिर भी उसके शातिर दिमाग में ठगने के कई आइडिया चलते रहते हैं. नटवरलाल विवेक ने STF को बताया कि वह BSNL के एक दर्जन सिम हैं. जिनका सीरियल नम्बर 945440 और 945441 से मिलता जुलता है. इसके अलावा उसे मुंह जुबानी पुलिस व जिला प्रशासन के अफसरों के करीब 180 नंबर याद है.

20 अफसरों को कॉल का ठगने के लिए फेंका जाल
पूछताछ में नटवरलाल ने STF के सामने कबूल किया कि वह अब तक करीब 20 आईएएस अफसरों को ठगने के उद्देश्य से कॉल कर चुका है, जिसमें कई जिलों के डीएम तक रहे है. ठग ने बताया कि कई अफसरों ने उसके झांसे में आकर उसे पैसे भी दिए थे. हालांकि कई अफसरों को जब वह संदिग्ध लगा तो उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई. विवेक के खिलाफ धारा 420 के तहत बलरामपुर में 5, मथुरा में 4, अलीगढ़ व हरदोई में 2-2, बांदा व कानपुर में 1-1 मुकदमा दर्ज है.



ठगने के लिए करता था पूरी तैयारी
उसने बताया कि वह अफसरों को कॉल करने से पहले समाचार पत्रों और अन्य माध्यम से यह जानकारी लेता था कि किस अफसर के खिलाफ शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय में हुई है, किस जिले में क्या क्या चल रहा था. ट्रांसफर होने की किन किन जिलों में अफसरों की संभावनाएं है. जब जानकारी मिल जाती तब वह अफसरों को कॉल कर सबसे पहले खुद को सचिव मुंख्यमंत्री बताता था. इसके बाद वह कुछ को तबादला होने तो कुछ को CM ऑफिस में शिकायत प्राप्त होने की बात बताता. इसके बाद तबादला और जांच रुकवाने के नाम पर उनसे पैसों की डिमांड भी करता था.

इसे भी पढ़ें-ठग ने सीएम योगी का सचिव बनकर डीएम के बाबू को किया फोन, ट्रांसफर-पोस्टिंग चुटकी में करा दूंगा

लखनऊ: वो अनपढ़ था फिर भी उसने 20 से अधिक यूपी के IAS अफसरों को मूर्ख बना दिया. उसने कभी क्रीम पोस्टिंग दिलाने के नाम पर तो कभी सीएम ऑफिस में शिकायत को दबाने के नाम पर पैसे वसूले. इस नटवरलाल को मुंह जुबानी करीब दो सौ अफसरों के नम्बर याद है और खुद को बताता है सीएम योगी का निजी सचिव. आखिरी गलती उससे बस्ती के जिलाधिकारी को डरा कर पैसे वसूलने की हुई थी. जिसके बाद यूपी STF ने उसे एक एसडीएम को ठगने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया. आइए जानते है ये कौन हैं नटवरलाल?

सीडीओ से बोला शिकायत दबा दूंगा, तो DM से कहा-रुकवा लो तबादला
कुछ दिन पहले यूपी के बस्ती जिले के सीडीओ को एक कॉल आई, जिसके Truecaller में सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम डिस्प्ले कर रहा था. सीडीओ ने फोन उठाया तो उधर से आवाजा आई कि मैं सचिव मुख्यमंत्री बोल रहा हूं. आपकी एक शिकायत पंचम तल में आई है, जिसकी जांच के आदेश होने वाले हैं. यदि कहिए तो शिकायतकर्ता और आपके बीच की मीटिंग करवा दूं. लेकिन इसके लिए कुछ खर्च करना पड़ सकता है. सीडीओ से कॉलर ने कहा कि वह दूसरे दिन कॉल करेगा तब तक सोच समझ लें. इसी दिन नटवरलाल ने बस्ती के ही जिलाधिकारी को कॉल कर दी और कहा कि आपका तबादला होने वाला है, लिस्ट बनने जा रही है, कहिए तो इसे रुकवा दूं.


SDM को ठगने से पहले ही STF ने नटवरलाल को दबोचा
बस्ती जिले के कोतवाली इंस्पेक्टर विजय दुबे ने बताया कि जिलाधिकारी को कॉलर संदिध लगा, जिस पर उन्होंने तत्काल लखनऊ में कॉल कर उक्त अफसर को वेरिफाई किया, जिस पर कालर फर्जी निकला था. इसके बाद कोतवाली में एक मुकदमा पंजीकृत किया गया. इसके बाद बस्ती पुलिस के साथ साथ STF ने भी कॉलर की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी. इसके बाद रविवार को अफसरों को कॉल करने वाला विवेक शर्मा उर्फ विवेक चौधरी उर्फ विवेक तिवारी को बस्ती से गिरफ्तार किया गया. नटवरलाल विवेक इस बार एक एसडीएम को ठगने की प्लानिंग कर रहा था.


नटवरलाल को याद है 180 अफसरों के नम्बर
इंस्पेक्टर विजय दुबे ने बताया कि आरोपी विवेक शर्मा उर्फ विवेक चौधरी उर्फ विवेक तिवारी मूल रूप से आगरा का रहने वाला है. STF और पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो हैरान करने वाली बातें सामने आई. आरोपी नटवरलाल ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है फिर भी उसके शातिर दिमाग में ठगने के कई आइडिया चलते रहते हैं. नटवरलाल विवेक ने STF को बताया कि वह BSNL के एक दर्जन सिम हैं. जिनका सीरियल नम्बर 945440 और 945441 से मिलता जुलता है. इसके अलावा उसे मुंह जुबानी पुलिस व जिला प्रशासन के अफसरों के करीब 180 नंबर याद है.

20 अफसरों को कॉल का ठगने के लिए फेंका जाल
पूछताछ में नटवरलाल ने STF के सामने कबूल किया कि वह अब तक करीब 20 आईएएस अफसरों को ठगने के उद्देश्य से कॉल कर चुका है, जिसमें कई जिलों के डीएम तक रहे है. ठग ने बताया कि कई अफसरों ने उसके झांसे में आकर उसे पैसे भी दिए थे. हालांकि कई अफसरों को जब वह संदिग्ध लगा तो उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई. विवेक के खिलाफ धारा 420 के तहत बलरामपुर में 5, मथुरा में 4, अलीगढ़ व हरदोई में 2-2, बांदा व कानपुर में 1-1 मुकदमा दर्ज है.



ठगने के लिए करता था पूरी तैयारी
उसने बताया कि वह अफसरों को कॉल करने से पहले समाचार पत्रों और अन्य माध्यम से यह जानकारी लेता था कि किस अफसर के खिलाफ शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय में हुई है, किस जिले में क्या क्या चल रहा था. ट्रांसफर होने की किन किन जिलों में अफसरों की संभावनाएं है. जब जानकारी मिल जाती तब वह अफसरों को कॉल कर सबसे पहले खुद को सचिव मुंख्यमंत्री बताता था. इसके बाद वह कुछ को तबादला होने तो कुछ को CM ऑफिस में शिकायत प्राप्त होने की बात बताता. इसके बाद तबादला और जांच रुकवाने के नाम पर उनसे पैसों की डिमांड भी करता था.

इसे भी पढ़ें-ठग ने सीएम योगी का सचिव बनकर डीएम के बाबू को किया फोन, ट्रांसफर-पोस्टिंग चुटकी में करा दूंगा

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.