नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: बिसरख पुलिस ने एक ऐसे साइबर गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो भारत में रहकर भारतीय नागरिकों का डाटा कंबोडिया भेजते थे और वहां से फिर उनके साथ साइबर ठगी करते थे. मामले में एक चीनी, एक नेपाली के साथ एक भारतीय को गिरफ्तार किया है. विदेशी नागरिक बिना पासपोर्ट के भारत आया था. साथ ही पुलिस ने उनके पास से भारी मात्रा में फर्जी सिम कार्ड, पासपोर्ट, क्रेडिट कार्ड और कई देशों की विदेशी करेंसी भी बरामद की है.
दरअसल, पुलिस ने ऐसे शातिर साइबर गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो विदेश में बैठकर भारतीय नागरिकों के साथ साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम देते हैं. पुलिस ने तीन शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें एक भारतीय नागरिक, एक चीनी और एक नेपाली है. इस गिरोह के ये साइबर अपराधी भारत में अवैध तरीके से प्रवेश कर फिर भारतीय कंपनियों की मोबाइल की सिम लेते थे और फिर फर्जी आईडी पर सिम कार्ड को एक्टिवेट करते थे. उसके बाद एसएमएस/ओटीपी अन्य सूचनाओं को फिजी ऐप (चाइनीज ऐप) द्वारा व्हाट्सएप ऐप ओटीपी तथा अन्य कार्यों के लिए कंबोडिया देश में बैठे चीनी नागरिकों को भेजते थे. इसके बाद भारतीयों का डाटा हैक कर फिर उनके साथ साइबर फ्रॉड किया जाता था.
डीसीपी सेंट्रल नोएडा सुनीति ने बताया कि साइबर ठगी करने वाले गिरोह के तीन शातिर सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिनमें चीनी नागरिक सु यौमिंग (SU YOUMING) , नेपाल निवासी अनिल थापा और ग्रेटर नोएडा के थाना दादरी क्षेत्र के कटहैरा निवासी अगस्तया भाटी है. भारत में मौजूद फेमस कंपनियों का पर्सनल डाटा हैक कर भारत में रहने वाले लोगों के नाम पर गलत तरीके से सिम प्राप्त करते थे और फिर उस पर व्हाट्सएप ऐप डाउनलोड कर चाइनीज ऐप से भेज कर इन एक्टिवेट सिम व्हाट्सएप ऐप का प्रयोग कर भोले भाले भारतीय नागरिकों के साथ ठगी करते थे.
पुलिस ने आरोपियों के पास से चार पासपोर्ट, 531 सिम कार्ड फर्जी आईडी पर विभिन्न कंपनियों के, दो ड्राइविंग लाइसेंस, 9 मोबाइल फोन, 10 क्रेडिट कार्ड, दो डेबिट कार्ड, 12 अन्य कार्ड, दो आईडी कार्ड, 11435 नेपाली करेंसी, दो डॉलर, 5 दिराम, 5 युआन करेंसी चाइना, 2100 कम्बोडियन करेंसी, 94710 भारतीय रुपये, तीन चेक बुक, मोबाइल चार्जर और इयरफोन सहित एयर इंडिया के टिकट और अन्य समान में दस्तावेज पुलिस ने बरामद किया है.
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ये आरोपी भारतीयों के डाटा को कंबोडिया देश में बैठे चीनी नागरिकों को भेजते थे. इसके बाद वहां से भारत में मौजूद फेमस कंपनियों का पर्सनल डाटा हैक कर भारत में रहने वाले लोगों के साथ साइबर फ्रॉड कर ठगी करते थे. इस साइबर अपराध गिरोह का मुख्य आरोपी चीनी नागरिक को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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