हल्द्वानी: बरसात के बाद अब संक्रमण और डेंगू का प्रकोप बढ़ने लगा है. नैनीताल जिले में तीन मरीज डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं. इसकी पुष्टि नैनीताल मुख्य चिकित्सा अधिकारी एचसी पंत की है. जिससे स्वास्थ्य महकमे समेत लोगों में हड़कंप मच गया है. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रखा गया है.
नैनीताल जिले में डेंगू के तीन मरीज मिले: नैनीताल सीएमओ एचसी पंत ने बताया कि डेंगू एलाइजा पॉजिटिव तीनों मरीजों को हल्द्वानी के बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. तीनों मरीजों में से एक व्यक्ति हल्द्वानी के गौलापार का रहने वाला है. जबकि, एक व्यक्ति हरियाणा के रेवाड़ी तो दूसरा व्यक्ति महाराष्ट्र के पुणे से काम करके लौटा है.
सुशीला तिवारी अस्पताल में डेंगू के चार संदिग्ध मरीज भी भर्ती: इसके अलावा सुशीला तिवारी अस्पताल में डेंगू के चार संदिग्ध मरीजों को भर्ती कराया गया है. इन सभी मरीजों को आइसोलेशन में रखा गया है. जिनकी अभी रिपोर्ट आनी अभी बाकी है. सीएमओ पंत ने बताया कि डेंगू पॉजिटिव मरीजों में दो मरीजों की हालत में सुधार हुआ है. जबकि, एक मरीज की स्थिति अभी गंभीर बनी हुई है.
उन्होंने बताया कि डेंगू के बढ़ते मरीजों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट पर रखा गया है. इसके अलावा सुशीला तिवारी और सोबन सिंह जीना अस्पताल में अतिरिक्त डेंगू व मलेरिया वार्ड बनाया गया है. साथ ही प्राइवेट अस्पतालों को भी डेंगू वार्ड बनाने के निर्देश जारी किए गए हैं.
डेंगू के लक्षण जानिएः आमतौर पर डेंगू या मलेरिया मादा मच्छर के काटने से फैलती है. खासकर एडीज नाम के मादा मच्छर के काटने से डेंगू की बीमारी होती है. अगर किसी मरीज को डेंगू की बीमारी होती है तो उसे काफी तेज फीवर आता है.
इसके अलावा सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द और उल्टियां भी होती है. साथ ही उसके बॉडी में खासकर जोड़ों में दर्द के साथ जकड़न भी होती है. वहीं, डेंगू के मरीजों की प्लेटलेट्स भी काफी तेजी से गिरती यानी घटती है. ऐसे में डेंगू होने पर प्लेटलेट्स पर ध्यान देना होता है.
डेंगू से बचावः अगर डेंगू के मच्छरों को अपने घरों से दूर रखना चाहते हैं तो आपको अपने घरों के आस पास साफ सफाई रखनी होगी. घरों के पास पानी बिल्कुल भी जमा न होने दें. कूलर, गमलों, बाल्टी आदि से पानी निकालते रहें.
इसके अलावा खाली पड़े बर्तनों या टायरों में पानी जमा न होने दें. अगर आप अपने आप पास सफाई रखते हैं तो मच्छर दूर रहते हैं. मच्छरों के डंक से बचने के लिए पूरे बाजू के कपड़े पहनने चाहिए. इसके अलावा सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें.
ये भी पढ़ें-