कोटा. कुन्हाड़ी इलाके के हॉस्टल में आग लगने के बाद एक्शन मोड में आए नगर निगम के अग्निशमन विभाग ने मंगलवार को तीन और हॉस्टलों को फायर एनओसी नहीं होने पर सीज किया. इधर, ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के निर्देश पर जयपुर डिस्कॉम ने भी पांच सदस्यीय कमेटी बनाकर जांच शुरू की है.
कोटा नगर निगम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास ने बताया कि जिला कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त के आदेश पर मंगलवार को भी तीन हॉस्टलों को सीज किया गया है. यहां पर चलने वाले ऑफिस और मैस भी सीज कर दिए गए हैं. बीएल रेजिडेंसी, ज्ञानश्रम और आन्या हॉस्टल पर कार्रवाई की गई है. इसके पहले नगर निगम की अग्निशमन अनुभाग की टीम ने आग लगने वाले हॉस्टल आदर्श रेजिडेंसी के अलावा ज्ञानदीप व पारस जीवनदीप हॉस्टल को भी सीज कर दिया था. पुलिस ने हॉस्टल मलिक नरेश धाकड़ और संचालक नीतेश जैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था.
डिस्कॉम ने अवैध ट्रांसफार्मरों की जांच शुरू की: हॉस्टल में बिना अनुमति अंडरग्राउंड में ट्रांसफार्मर लगाने के मामले में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के निर्देश पर जयपुर डिस्कॉम ने भी जांच गठित कर दी है. इसके संबंध में जयपुर जोन के चीफ इंजीनियर आर के जीनवाल, जयपुर के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर आरके शर्मा, सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर कोटा (ऑपरेशन एंड मैनेजमेंट) शिवचरण लाल जांगिड़ और एक्सईएन (विजिलेंस) मोहनलाल गुप्ता के साथ केईडीएल कोटा के टेक्निकल हेड ओनीमित्रो डाली को शामिल किया गया है. जांच कमेटी को सात दिन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है.