बगहाः देर रात अंधेरे में रास्ते से गुजर रहे हैं और सामने तेंदुआ आ जाए तो क्या होगा? ठीक ऐसा ही बिहार के वाल्मिकीनगर निवासी अशोक झा के साथ हुआ. अशोक झा अपने परिवार के साथ कार में सवार होकर पटना से वाल्मिकीनगर लौट रहे थे. रात काफी अंधेरी थी, गाड़ी चल रही थी कि इसी दौरान कार के सामने एक नहीं बल्कि तीन-तीन तेंदुए दिखे. तेंदुआ दिखते ही उन्होंने कार रोक दी.
एक-एक कर किया रोड क्रॉसः वाल्मिकीनगर निवासी अशोक झा बताते हैं कि कार का शीशा बंद था, इसलिए किसी प्रकार का डर नहीं था. उन्होंने बताया कि गाड़ी रोककर काफी देर तक हमलोगों ने इंतजार किया. इस दौरान तेंदुए को देखकर रोमांचित भी हुआ. जब तेंदुआ रोड क्रॉस कर गया, इसके बाद हमलोगों ने धीरे-धीरे गाड़ी आगे बढ़ाई, ताकि जंगली जानवरों को परेशानी न हो. इसी दौरान उन्होंने इसका वीडियो भी बना लिया.
"परिवार के साथ पटना से वाल्मिकीनगर लौट रहा था. इसी दौरान धोबहा पुल के समीप एक साथ तीन तेंदुआ दिखे. जिन्हें देख मेरे बच्चे और पत्नी ने खुशी से चिल्लाने लगे. हालांकि इस दौरान शांति बनाए रखने की अपील की और कार का शीशा बंद है कि नहीं यह चेक किया. कार में एक मिनट से ज्यादा इंतजार किए और उसका वीडियो बनाए. हमलोगों ने एक साथ तीन तेंदुओं को नहीं देखा था. डर तो लग रहा था लेकिन हमलोगों ने गाड़ी का शीशा बंद कर लिया था." -अशोक झा, वाल्मिकीनगर निवासी
पर्यटन सेवा का शुभारंभ होगाः बता दें कि वाल्मिकी टाइगर रिजर्व में 2024-25 पर्यटन सेवा का शुभारंभ 15 अक्टूबर से शुरू होना था लेकिन जंगल सफारी पर जाने वाले मार्ग की मरम्मती नहीं होने की वजह से इस महीने के अंतिम सप्ताह में शुरू होना संभावित है. जिसके लिए वन प्रशासन पूरे जोर-शोर से तैयारियों में जुटा है.
वन में 100 से ज्यादा तेंदुआः इस दौरान पर्यटकों को बाघ और तेंदुआ समेत अन्य वन्य जीवों का दीदार भी आसानी से हो सकता है. वीटीआर में तेंदुओं की संख्या 100 से ज्यादा है. वहीं बाघों की संख्या में भी निरंतर इजाफा देखा जा रहा है. बाघ की संख्या 60 से ज्यादा होने का अनुमान है.
वन में बाघ से लेकर जंगली भैंसा तक मौजूदः बता दें कि वाल्मिकी टाइगर रिजर्व एक राष्ट्रीय उद्यान है. यह उद्यान बाघ के संरक्षण को समर्पित है. बेतिया से लगभग 100 किमी दूर एक छोटा क्षेत्र है. उत्तर में नेपाल के रॉयल चितवन नेशनल पार्क और पश्चिम में हिमालय पर्वत की गंडक नदी से घिरा है. यहां बाघ, स्लॉथ बीयर, भेड़िए, हिरण, सीरो, चीते, अजगर, पीफोल, चीतल, सांभर, नील गाय, हाइना, भारतीय सीवेट, जंगली बिल्लियां, हॉग डीयर, जंगली कुत्ते, एक सींग वाले राइनोसिरोस तथा भारतीय भैंसे हैं.
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