गुमला: जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर मुरकुंडा कुम्हारटोली में तीन दिनों से लापता महिला का शव बरामद किया गया. महिला जंगल में लकड़ी चुनने गई थी. जिसका शव बोरे में बंद मिला है. परिजनों ने अंधविश्वास के कारण हत्या की आशंका जताई है. शव की पहचान सीताराम महतो की पत्नी चंद्रावती देवी के रूप में हुई है.
परिजनों का कहना है कि अपराधियों ने महिला का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी है. परिजनों ने बताया कि महिला 12 दिसंबर को जंगल में लकड़ी चुनने गई थी, तब से वह लापता थी. जबकि जंगल में महिला की टूटी हुई चूड़ी मिली है. जंगल से सटे खेत में जलाऊ लकड़ी का गट्ठर भी पड़ा मिला है. घटना की सूचना के बाद गुमला पुलिस ने जंगल और आसपास के इलाकों में छापेमारी की. तीन दिनों के बाद रविवार की सुबह कोलंबी में बोरे में बंद शव बरामद किया गया.
इस संबंध में महिला के पुत्र सुनील मति ने गुमला थाने में लिखित आवेदन देकर अपनी मां के अपहरण के संबंध में शनिवार को प्राथमिकी दर्ज कराई है. घटना की पुष्टि करते हुए एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव ने बताया कि थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया था. जिसके बाद पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी. रविवार को शव बरामद किया गया. पुलिस हत्या के कारणों की जांच कर रही है, अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
मृतका के पुत्र सुनील महतो ने बताया कि कुम्हारटोली गांव में 18 घर हैं. ये सभी महतो परिवार के हैं. इनमें कुछ उनके रिश्तेदार भी हैं. गांव के कुछ परिवार के लोग अक्सर उनकी मां को डायन कहते हैं. कई बार तो घर में घुसकर हमला कर हत्या भी कर चुके हैं. सुनील ने बताया कि आठ माह पहले भी गांव के कुछ लोग उनकी मां की हत्या की नीयत से घर में घुसे थे. लेकिन उस समय उनकी मां मेहमानों से मिलने गई हुई थीं. जिसके कारण वे बच गई थीं. उस समय गुमला थाने में लिखित आवेदन देकर 8-10 लोगों को आरोपी बनाया गया था. लेकिन अब तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
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