रांची: सीआईडी की साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने टेलीग्राम एप के जरिए ठगी करने वाले तीन साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है. तीनों साइबर अपराधी की गिरफ्तारी साइबर क्राइम ब्रांच के द्वारा जमशेदपुर से की गई है. साइबर अपराधियों ने एक महिला से 2.88 लाख रुपए की ठगी को अंजाम दिया था.
क्या है पूरा मामला
सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार एक महिला को टेलीग्राम के माध्यम से साइबर अपराधियों ने पहले संपर्क किया और उन्हें गूगल मैप के जरिए लिंक भेज कर होटल की रेटिंग करने के लिए पैसे की भुगतान की बात कह अपने झांसे में ले लिया. शुरुआत में साइबर अपराधियों के द्वारा महिला को होटल की बढ़िया रैंकिंग देने के लिए कुछ पैसों का भुगतान भी किया गया.
कुछ दिनों बाद साइबर अपराधियों ने महिला को बताया कि अगर आप टेलीग्राम के प्रोफाइल के कुछ वीडियो को लाइक करेंगी तो आपको और भी पैसे दिए जाएंगे, महिला साइबर अपराधियों के झांसी में आ गई और अपने बैंक खातों के डिटेल साइबर अपराधियों को भेज दिया. बैंक खाते की जानकारी प्राप्त कर साइबर अपराधियों ने धीरे-धीरे कर महिला के खाते से 2 लाख 88 हजार की निकासी कर ली. महिला को जब अपने ठगे जाने की जानकारी हुई तब उन्होंने साइबर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई.
जांच के बाद कार्रवाई
सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार महिला से जिन पैसों की ठगी की गई थी उन्हें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कोलकाता और ओडिशा के अलग-अलग बैंक खाते में ट्रांसफर किया गया था. साइबर क्राइम ब्रांच को जानकारी भी हासिल हुई की जिन साइबर अपराधियों के दौरान इस तरह की ठगी की जा रही है उनके खाते में एक दिन में करोड़ों रुपए की ठगी की गई है.
इस तरह की ठगी करने वाले साइबर अपराधियों के खिलाफ महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात और हरियाणा में भी सबसे 100 ज्यादा मामले दर्ज हैं. साइबर क्राइम ब्रांच के अनुसार मामले की तफ्तीश के दौरान यह जानकारी मिली रांची के महिला से ठगी करने वाले साइबर अपराधी जमशेदपुर के हैं. जिसके बाद साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने जमशेदपुर में छापेमारी कर शेखर कुमार, बंटी मुखी और सुब्रतो विश्वास को धर दबोचा. गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से 10 सिम कार्ड, 10 मोबाइल, 40 डेबिट कार्ड, 33 चेक बुक और दर्जनों विजिटिंग कार्ड बरामद किए गए हैं.
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