लातेहार: झारखंड के एक प्रसिद्ध डेयरी फार्म के दूध में अपराधियों के द्वारा भारी मात्रा में मिलावट करने के एक मामले का खुलासा हुआ है. इस मामले में लातेहार पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की. इस दौरान दूध की चोरी करते और उसमें मिलावट करते हुए तीन अपराधियों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है.
ऐसे होता था दूध में मिलावट
दरअसल, लातेहार पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि चंदवा थाना क्षेत्र में कुछ अपराधियों के द्वारा झारखंड के एक प्रसिद्ध डेयरी कंपनी की दूध में भारी मात्रा में मिलावट की जा रही है. सूचना के अनुसार डेयरी कंपनी के लिए डाल्टनगंज के चियांकी गांव के पास से टैंकर में लगभग 23000 लीटर दूध भरकर रांची भेजा जाता है. लेकिन चंदवा पहुंचने के बाद टैंकर को एक स्थान पर रोक दिया जाता है और उसमें मोटर के माध्यम से प्रतिदिन 2000 से 3000 लीटर दूध निकाल लिया जाता था. इसके बाद टैंकर में दूध के बदले पानी और केमिकल मिला दिया जाता था.
रंगेहाथ पकड़े गए अपराधी
सूचना मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर डीएसपी अरविंद कुमार ने पुलिस टीम बनाकर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए योजना बनायी. रविवार को अपराधियों के द्वारा फिर से टैंकर से दूध निकाला जा रहा था. इसी दौरान पुलिस वहां पहुंच गई और अपराधियों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार अपराधियों में अमृतसर पंजाब निवासी हरमनप्रीत सिंह, लातेहार थाना क्षेत्र के भुसुर गांव निवासी मिथिलेश यादव और चंदवा निवासी विशाल कुमार सिंह शामिल है.
एक महीने से चल रहा था धंधा
इधर, रविवार को प्रेस वार्ता करते हुए डीएसपी अरविंद कुमार ने बताया कि अपराधियों के द्वारा पिछले एक माह से दूध चोरी कर टैंकर में मिलावट करने का धंधा चल रहा था. उन्होंने बताया कि इस पूरे रैकेट में कई लोगों के शामिल होने की संभावना है. गिरफ्तार अपराधियों से भी पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है. जिसके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है. उन्होंने बताया कि दूध के सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि अपराधियों के द्वारा टैंकर में दूध की कमी को पूरा करने के लिए पानी के साथ क्या मिलाया जाता था?
डेयरी की व्यवस्था पर भी उठा सवाल
लातेहार के चंदवा में जिस प्रकार अपराधियों के द्वारा दूध में मिलावट की जा रही थी, इसे लेकर डेयरी की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठने लगा है. अपराधियों के द्वारा दूध टैंकर में जो मिलावट की जाती थी वह लोगों के लिए कितना खतरनाक था, यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा. लेकिन इस पूरी घटना के कारण कंपनी की व्यवस्था पर भी प्रश्न चिन्ह लग गया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने वाले दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
ये भी पढ़ें: मिठाई खाने वाले सावधान! मधुलिका के बाद सुधा डेयरी बूथ पर छापेमारी में मिली फंगस वाली मिठाई, लगा भारी जुर्माना
ये भी पढ़ें: खतरनाक है ये गुलाबी रंग की कॉटन कैंडी! ईटीवी भारत की लाइव लैब टेस्ट में देखिए इसके खतरनाक रिजल्ट