रांची: झारखंड सीआईडी की साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने रांची, मुंबई और कोलकाता में छापेमारी कर एक महिला साइबर अपराधी सहित तीन को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. गिरफ्तार तीनों साइबर अपराधियों ने रांची के रहने वाले एक व्यक्ति से बिजनेस में निवेश के नाम पर 96 लाख रुपए की ठगी कर ली थी.
व्हाट्सअप पर संपर्क कर उड़ा लिए खाते से 96.2 लाख
सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार संजीव कुमार नामक व्यक्ति के द्वारा सीआईडी के साइबर थाने में साइबर अपराधियों के द्वारा उनके खाते से 96.2 लाख रुपये अवैध रूप से निकासी कर लेने को लेकर एफआईआर दर्ज कराया था. संजीव कुमार के अनुसार साइबर अपराधियों ने व्हाट्सएप के जरिए उनसे संपर्क किया और बताया कि अगर आप हमारे साथ https:/poems vip.vip के जरिए पैसों का निवेश कीजिएगा तो आपको उसके एवज में आपको 10 गुना पैसे मिलेंगे, वो भी मात्र एक साल में ही.
संजीव कुमार को झांसी में लेकर साइबर अपराधियों के द्वारा व्हाट्सएप पर विभिन्न लिंक के माध्यम से पैसे निवेश करने के लिए खातों का डिटेल दिया गया. धीरे-धीरे कर संजीव कुमार के द्वारा 96 लाख साइबर अपराधियों के खाते में डाल दिए गए. पैसे डालने के बाद उसके 10 गुण होने का संजीव इंतजार करते रहे लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं इसके बाद उन्हें समझ में आया कि उनके साथ साइबर ठगी कर ली गई है.
चाइना का एप, हर समय दिखता है कि मुनाफा हो रहा है
दरअसल https:/poems vip.vip चीन से संचालित किया जाता है. इस लिंक में निवेश करने वाला व्यक्ति जब भी अपने पैसे की स्थिति के बारे में देखा है तब तक उसे मुनाफा ही दिखाई देता है इसी का झांसा देकर चाइनीज साइबर अपराधी भारत में अपने साइबर एजेंट से ठगी का काम करवा रहे हैं. इस लिंक के माध्यम से जितने पैसे की ठगी की गई है उन सभी पैसे को हांगकांग, जापान और चीन के बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया है. ठगी के लिंक का सर्वर भी चीन का ही है.
कौन कौन हुआ गिरफ्तार
एफआईआर दर्ज होने के बाद सीआईडी की साइबर क्राइम ब्रांच की टीम जब मामले की तफ्तीश में जुटी तो आईपी एड्रेस अलिबाबा क्लाउड चीन का निकला. मामले में आगे की कार्रवाई करते हुए सीआईडी की साइबर क्राइम ब्रांच ने इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर, कोलकाता क्राइम ब्रांच का मुंबई क्राइम ब्रांच की मदद से तीन साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया.
गिरफ्तार साइबर अपराधियों में एक महिला के अलावा महाराष्ट्र का रहने वाला पाल प्रदीप मनीराम और कोलकाता का रहने वाला अजय कुमार शामिल है. गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से आठ मोबाइल, कॉरपोरेट खाता से लिंक 8 सिम कार्ड, कॉर्पोरेट इंटरनेट बैंकिंग के फर्जी कागजात, साइबर ठगी से संबंधित व्हाट्सएप चैट बरामद किए गए हैं. इन साइबर अपराधियों के द्वारा असम, केरल, पंजाब, उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान और आंध्र प्रदेश में कुल 13 मामले दर्ज है.
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