नई दिल्ली: दिल्ली के अलीपुर इलाके में सीवर की सफाई के दौरान जहरीली गैस से दम घुटने से 32 वर्षीय सफाई कर्मी की मौत हो गई थी. इस मामले में प्रशांत विहार पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इस मामले में इन तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की है. पुलिस के मुताबिक मृतक हरिकृष्ण प्रसाद जिस कंपनी के तहत यहां साफ-सफाई का काम कर रहा था. उस कंपनी के राजपाल, गुरदीप और अमित दुबे को गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में पुलिस की तरफ से दावा किया गया है कि दो कर्मचारियों को सीवर लाइन में उतारने के दौरान जरूरी सुरक्षा उपकरण नहीं दिए गए थे.
छुट्टी के दिन जबरदस्ती कॉल कर बुलाया: जिस दिन हरिकृष्ण प्रसाद की मौत हुई, उस दिन उसकी शादी की सालगिरह थी, और वह छुट्टी पर था. बावजूद इसके उसको घर से कॉल कर बुलाया गया और दो लोगों को सीवर में उतार दिया गया. जब सीवर से दोनों बाहर नहीं आए, वहां मौजूद एक व्यक्ति ने साहस दिखाते हुए उन्हें सीवर से बाहर निकाला. इसके बाद दोनों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से हरिकृष्ण प्रसाद को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. युवक रोहिणी के डी मॉल में स्वीपर का काम किया करता था, आरोप है कि उसे बिना किसी सुरक्षा उपकरण के मॉल में बने सीवर में उतार दिया, जिसकी वजह से उसकी जान चली गई. मृतक हरिकृष्ण प्रसाद सुल्तानपुरी इलाके में अपने पत्नी और एक बच्ची के साथ रहता था.
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सीवर सफाई उन्हीं कंपनियों और ठेकेदार से करवाई जा सकती है, जिसे दिल्ली जल बोर्ड ने अधिकृत किया जाता है. इसके लिए दिल्ली जल बोर्ड की तरफ से कई नियम भी तय किए गए हैं. बावजूद इसके कई ठेकेदार और कंपनियां बिना सुरक्षा उपकरणों के मजदूरों को सीवर सफाई में लगा देते है. इसी का परिणाम है कि इस तरह के हादसे अक्सर देखने को मिलते हैं. लिहाजा जरूरी है कि नियमों का सख्ती से पालन किया जाए, और जो कंपनियां इन नियमों की अवहेलना करती है उन कंपनियों और ठेकेदारों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.
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