नई दिल्ली. पूर्वी दिल्ली की शकरपुर थाना पुलिस टीम ने डेटिंग ऐप के माध्यम से दोस्ती कर ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने एक युवती समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी की पहचान शाहदरा निवासी अक्षय और कृष्णा नगर निवासी वर्षा उर्फ अफसा परवीन के तौर पर हुई है. डीसीपी अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि लक्ष्मी नगर थाने में एक युवक ने चीटिंग की शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में युवक ने बताया था कि शकरपुर में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहा है. डेटिंग एप पर उसे वर्षा नाम एक लड़की से दोस्ती हुई थी 23 जून को अपने जन्मदिन पर वह लड़की से मिलने के लिए विकास मार्ग स्थित ब्लैक मिरर कैफे पहुंचा.
इस कैफे में उन्होंने स्नैक्स, दो केक खाए, और वर्षा ने फ्रूट वाइन पिया. उसके बाद युवक को बताए बिना वर्षा अचानक चली गई. लड़की को जाने के बाद कैफे मैनेजर ने युवक को 1 लाख 21 हजार 917 रुपये 70 पैसे का बिल थमा दिया. युवक ने इतने भारी बिल पर जब सवाल पूछा, तो उसे धमकी दी गई, उसे भुगतान करने के लिए मजबूर किया गया, काफी दबाव डाले जाने के बाद युवक ने ऑनलाइन पेमेंट कर दिया.
बाद में, धोखाधड़ी महसूस करने पर, उसने स्थानीय पुलिस को मामले की सूचना दी, पुलिस ने ठगी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की. इंस्पेक्टर संजय गुप्ता, एसएचओ/शकरपुर की देखरेख में एएसआई नरेंद्र, एचसी सचिन, एचसी राहुल और सीटी अमृत लाल की एक टीम बनाई गई थी.
कैफे मालिक से की गई पूछताछ
कैफे मलिक अक्षय को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, पूछताछ में आरोपी अक्षय ने खुलासा किया कि ब्लैक मिरर कैफे का मालिक अक्षय पाहवा, अंश ग्रोवर और वंश पाहवा हैं. अक्षय और वंश चचेरे भाई हैं, जबकि अंश उनका दोस्त है. उन्होंने दिग्रांशु को मैंनेजर के रूप में नियुक्त किया, जो कई 'टेबल मैनेजर' टीमों की देखरेख करता है, जिसमें वो युवती भी इनके नेतृत्व में काम करती थी जो लोगों को डेटिंग के नाम पर फंसाने का काम करती थी.
अक्षय ने खुलासा किया कि अफसा परवीन की मदद से युवकों को अपनी जाल में फंसाया करता था, और रेस्टोरेंट में भारी बल के नाम पर उनसे ठगी किया करता था.
किसी दूसरे लड़के साथ पाई गई आरोपी अफसा परवीन
तकनीकी निगरानी की मदद से, आरोपी अफसा परवीन को एक अन्य कैफे में पकड़ा गया, जहां वह मुंबई के एक लड़के के साथ थी, जिससे वह Shadi.Com के माध्यम से मिली थी.
पूछताछ के दौरान आरोपी अफसान परवीन ने खुलासा किया कि एक युवक ने 'वर्षा' नाम से चैटिंग की थी, इस दौरान उसने उसकी तस्वीर को वन-टाइम व्यू मोड में साझा किया और 23 जून, 2024 को अपना जन्मदिन मनाने के बहाने लक्ष्मी नगर में बुलाया था.
ठगी की रकम को आपस में बांट लेते थे सभी आरोपी
पूछताछ में पता चला की ब्लैक मिरर कैफे में बिल राशि को एक निश्चित अनुपात में विभाजित किया जाता है, लड़की को 15%, टेबल और कैफे प्रबंधकों के बीच 45%, और मालिकों को शेष 40% मिलता था. डीसीपी अपूर्वा गुप्ता ने बताया की मामले की जांच जारी है और अन्य सह-आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं.
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