जमशेदपुर: वन विभाग की टीम पशु तस्करों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है. जिसके तहत वन विभाग की टीम ने बाघ की खाल, जाल और हथियार के साथ के तीन पशु तस्करों को गिरफ्तार किया है. जबकि मुख्य सरगना अभी भी फरार चल रहा है, जिसकी तलाश जारी है. इसके पहले भी तेंदुए की खाल के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
तीन लोगों की गिरफ्तारी के बाद विभाग हरकत में आया और झारखंड के कई जिलों में लगातार छापेमारी की. जिसमें प्रमुख रूप से पलामू में छापेमारी की गई और गिरफ्तारी भी हुई. जमशेदपुर डीएफओ शबा आलम मामले की जानकारी देते हुए बताया कि विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि शहर के साकची क्षेत्र मे एक व्यक्ति द्वारा पशु अंगों की तस्करी की जा रही है.
गिरफ्तार तस्कर पेशे से पारा शिक्षक
सूचना के आधार पर विभाग एक टीम बनाकर छापेमारी की गई, जिसमें एक तस्कर की गिरफ्तारी हुई. इसके बाद गिरफ्तार तस्कर की निशानदेही पर विभाग ने चाईबासा में भी छापेमारी की और दो और तस्करों को गिरफ्तार किया गया. डीएफओ ने बताया कि गिरफ्तार तस्करों में से एक पारा शिक्षक और एक मिलिट्री मैन शामिल है.
बता दें कि इससे पहले 15 अगस्त 2024 को भी विभाग ने एक तस्कर को गिरफ्तार किया था. जिसके पास से विभाग ने तेंदुए की खाल को बरामद किया था. डीएफओ ने बताया कि पशु अंग के तस्कर का मुख्य सरगना राजस्थान में है, जिसके द्वारा यहां आकर तस्करी करने का प्रशिक्षण दिया जाता है. फिर उन्हीं ग्रामीणों के द्वारा जानवरों को पकड़कर और उनके अंगों की तस्करी की जा रही है. इधर, मुख्य सरगना की गिरफ़्तारी के लिए विभाग की ओर से छापेमारी की जा रही है.
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