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ऑनलाइन निवेश के नाम पर 7 लाख की ठगी, जोधपुर से दो महिलाओं समेत तीन आरोपी गिरफ्तार - 3 THAG ARRESTED

भरतपुर पुलिस ने ऑनलाइन निवेश के नाम पर 7 लाख रुपए की ठगी करने वाले तीन आरोपियों के जोधपुर से गिरफ्तार किया है.

ठगी के 3 आरोपी गिरफ्तार
ठगी के 3 आरोपी गिरफ्तार (ETV Bharat File Photo)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 3 hours ago

भरतपुर : साइबर अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई के तहत भरतपुर की साइबर थाना पुलिस ने ऑनलाइन निवेश के नाम पर 7 लाख रुपए की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए जोधपुर से दो युवतियों सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार की गई युवतियों में से एक दसवीं तक शिक्षित है तो दूसरी नर्सिंग की छात्रा है.

यह है मामला : पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि नदबई निवासी एक पीड़ित ने 22 जुलाई को शिकायत दर्ज कराई थी कि टेलीग्राम ग्रुप के जरिए निवेश के नाम पर उसे गुमराह कर 7 लाख 5 हजार 400 रुपए की ठगी की गई. मामले की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामगोपाल और उप अधीक्षक अनिल जसौरिया के निर्देशन में एक टीम का गठन किया गया. जांच के दौरान ममता कंवर को डिटेन किया गया, जिसके बैंक खाते में 24 लाख रुपए का संदिग्ध लेन-देन पाया गया.

इसे भी पढ़ें- दो साइबर ठग गिरफ्तार : 10 बैंक खातों से 26.65 लाख रुपए का किया फ्रॉड, ऐसे करते थे ठगी

पूछताछ में ममता ने खुलासा किया कि उसने अपनी सहेली मोनिका प्रजापत के जरिए लूनी निवासी महेन्द्र बिश्नोई से संपर्क किया था. महेन्द्र के कहने पर ममता ने एक नया बैंक खाता खुलवाया, जबकि मोनिका की नई सिम को खाते से जोड़ा गया. पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में बापूनगर, झालामंड, जोधपुर निवासी ममता कंवर (21), आदर्श नगर, झालामंड की मोनिका प्रजापत (20), और गोल मेहरों का चौक, जसवंत थड़ी, जोधपुर निवासी पीयूष मेहरा (19) शामिल हैं.

10 हजार के लालच में खोला खाता : ममता की जानकारी के आधार पर पुलिस ने मोनिका को भी हिरासत में लिया. इसके बाद तीसरे आरोपी पीयूष मेहरा को उसके घर से गिरफ्तार किया गया. पीयूष ने बताया कि उसने 10 हजार रुपए के बदले एक नया बैंक खाता खोला और महामंदिर, जोधपुर निवासी हेमंत दाधीच को सौंप दिया. पीयूष के खाते में 20 लाख रुपये का संदिग्ध लेन-देन मिला. पुलिस ने बताया कि इस ठगी के मुख्य सरगना महेन्द्र बिश्नोई और हेमंत दाधीच फरार हैं. उनकी तलाश के लिए विशेष टीम गठित की गई है. दोनों आरोपियों की तलाश जारी है.

ऐसे करते थे ठगी : आरोपी टेलीग्राम ग्रुप पर निवेश का झांसा देकर लोगों को फंसाते थे और उनसे रकम अपने खातों में जमा करवाते थे. इसके बदले खाताधारकों को 10-10 हजार रुपए दिए जाते थे. पुलिस अब तक के लेन-देन की कड़ियों को खंगाल रही है और अन्य संदिग्ध खातों की जांच कर रही है. गिरफ्तार आरोपी ममता कंवर दसवीं तक शिक्षित, मोनिका प्रजापत नर्सिंग की इंटर्न और पीयूष मेहरा बारहवीं तक पढ़ा है.

भरतपुर : साइबर अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई के तहत भरतपुर की साइबर थाना पुलिस ने ऑनलाइन निवेश के नाम पर 7 लाख रुपए की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए जोधपुर से दो युवतियों सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार की गई युवतियों में से एक दसवीं तक शिक्षित है तो दूसरी नर्सिंग की छात्रा है.

यह है मामला : पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि नदबई निवासी एक पीड़ित ने 22 जुलाई को शिकायत दर्ज कराई थी कि टेलीग्राम ग्रुप के जरिए निवेश के नाम पर उसे गुमराह कर 7 लाख 5 हजार 400 रुपए की ठगी की गई. मामले की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामगोपाल और उप अधीक्षक अनिल जसौरिया के निर्देशन में एक टीम का गठन किया गया. जांच के दौरान ममता कंवर को डिटेन किया गया, जिसके बैंक खाते में 24 लाख रुपए का संदिग्ध लेन-देन पाया गया.

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पूछताछ में ममता ने खुलासा किया कि उसने अपनी सहेली मोनिका प्रजापत के जरिए लूनी निवासी महेन्द्र बिश्नोई से संपर्क किया था. महेन्द्र के कहने पर ममता ने एक नया बैंक खाता खुलवाया, जबकि मोनिका की नई सिम को खाते से जोड़ा गया. पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में बापूनगर, झालामंड, जोधपुर निवासी ममता कंवर (21), आदर्श नगर, झालामंड की मोनिका प्रजापत (20), और गोल मेहरों का चौक, जसवंत थड़ी, जोधपुर निवासी पीयूष मेहरा (19) शामिल हैं.

10 हजार के लालच में खोला खाता : ममता की जानकारी के आधार पर पुलिस ने मोनिका को भी हिरासत में लिया. इसके बाद तीसरे आरोपी पीयूष मेहरा को उसके घर से गिरफ्तार किया गया. पीयूष ने बताया कि उसने 10 हजार रुपए के बदले एक नया बैंक खाता खोला और महामंदिर, जोधपुर निवासी हेमंत दाधीच को सौंप दिया. पीयूष के खाते में 20 लाख रुपये का संदिग्ध लेन-देन मिला. पुलिस ने बताया कि इस ठगी के मुख्य सरगना महेन्द्र बिश्नोई और हेमंत दाधीच फरार हैं. उनकी तलाश के लिए विशेष टीम गठित की गई है. दोनों आरोपियों की तलाश जारी है.

ऐसे करते थे ठगी : आरोपी टेलीग्राम ग्रुप पर निवेश का झांसा देकर लोगों को फंसाते थे और उनसे रकम अपने खातों में जमा करवाते थे. इसके बदले खाताधारकों को 10-10 हजार रुपए दिए जाते थे. पुलिस अब तक के लेन-देन की कड़ियों को खंगाल रही है और अन्य संदिग्ध खातों की जांच कर रही है. गिरफ्तार आरोपी ममता कंवर दसवीं तक शिक्षित, मोनिका प्रजापत नर्सिंग की इंटर्न और पीयूष मेहरा बारहवीं तक पढ़ा है.

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