चंडीगढ़: सिरसा से कांग्रेस उम्मीदवार गोकुल सेतिया की सुरक्षा की मांग पर हाईकोर्ट में बुधवार को सुनवाई हुई. हाईकोर्ट ने सरकार से कहा कि सेतिया की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाने पर विचार करें. वहीं कोर्ट को सेतिया की सुरक्षा में तीन पुलिसकर्मियों के तैनात होने की बात बताई गई, लेकिन कोर्ट ने कहा कि चुनाव के दौरान सेतिया को जनता के बीच जाना होता है. नतीजतन सरकार सुरक्षा बढ़ाने पर विचार कर अगली सुनवाई पर कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दायर करे.
सेतिया को अपनी और परिवार की चिंता: गोकुल सेतिया ने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अपनी और परिवार की पुलिस सुरक्षा बढ़ाने की मांग करते हुए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. इसमें उन्होंने गैंगस्टरों और अपराधियों से अपनी जान को खतरा बताया है. गौरतलब है कि वर्ष 2019 में सेतिया ने सिरसा सीट से गोपाल कांडा के खिलाफ इंडियन नेशनल लोकदल के समर्थन से निर्दलीय चुनाव लड़ा था.
खुफिया एजेंसियों से मिला इनपुट: सेतिया ने अपनी याचिका में कहा कि खुफिया एजेंसियों/पंजाब पुलिस से मिले इनपुट के बाद हरियाणा पुलिस ने उन्हें तीन सुरक्षाकर्मी दिए हैं, जबकि याची के वकील ने दलील दी कि चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक अस्थायी आधार पर उनकी पुलिस सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश जारी किए जाने चाहिए. क्योंकि चुनाव के मद्देनजर याची को उनके माता-पिता, भाई और जीवन साथी समेत परिवार के सभी सदस्यों को डोर-टू-डोर प्रचार के लिए आम जनता के बीच रहना होगा.
SSOC किंगर्फ्ट में आए बंबिहा ग्रुप के दो गैंगस्टर: सेतिया ने याचिका में कहा कि पंजाब पुलिस के विशेष सेल (एसएसओसी) मोहाली द्वारा चलाए एक अभियान में लक्की पटियाल के नेतृत्व वाले बंबीहा गिरोह के दो गैंगस्टरों को गिरफ्तार किया गया था. यह दोनों सिरसा के कुलदीप सिंह किंगरा और कोटकपूरा के हरिंदर सिंह हैं. इनके खिलाफ मोहाली में विभिन्न धाराओं के तहत 19 दिसंबर 2022 को एक एफआईआर दर्ज की गई.
गिरफ्तार किंगरा ने किया खुलासा: याची सेतिया ने दावा किया कि पुलिस पूछताछ में कुलदीप सिंह किंगरा ने खुलासा किया कि गैंगस्टर बंबीहा ग्रुप उन्हें निशाना बनाने की योजना बना रहा है. गौरतलब है कि याची गोकुल सेतिया के नाना लक्ष्मण दास अरोड़ा चार बार विधायक और हरियाणा के गृह मंत्री भी रहे हैं.