बोकारोः जिला में ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर मुखर हैं. हजारों की संख्या में लोगों ने एकसुर में इस लोकसभा चुनाव में वोट बहिष्कार की घोषणा कर दी है. ये पूरा मामला बोकारो जिला में चास प्रखंड के पिंड्रजोरा गांव के ओलगोड़ा पंचायत के छह गांव का है.
इन 06 गांवों को मिलाकर करीब सैकड़ों परिवार है और यहां की आबादी लगभग 8 हजार है. लेकिन इस बार यहां लगभग छह मतदाताओं ने वोट बहिष्कार का ऐलान कर दिया है. ग्रामीणों की मांग है कि पुरानी खतियान को लागू किया जाए. उनका आरोप है कि नए रिसर्विस सेटलमेंट के तहत उनकी जमीन दूसरे को और दूसरे की जमीन उनके नाम पर कर दी गई है, जिससे आपस में विवाद उत्पन्न हो रहा है.
ग्रामीणों ने बताया कि 2019 के विधानसभा में भी उनके द्वारा वोट बहिष्कार किया गया गया था. उस समय जिला प्रशासन के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि सर्विस सेटलमेंट में सुधार हो जाएगा लेकिन पांच साल बीतने के बाद भी उसमें कोई सुधार नहीं हो पाया है. लोगों का आरोप है कि सीएम से लेकर निचले स्तर तक शिकायत की गई है लेकिन इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है.
ओलगोड़ा पंचायत के छह गांव के लोगों का कहना है कि अगर हमारी समस्याओं का समाधान नहीं होगा तो हम लोग वोट नहीं करेंगे और वोट का बहिष्कार करते रहेंगे. ग्रामीणों ने कहा कि क्योंकि इसके अलावा उनके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है. बता दें कि 2019 विधानसभा चुनाव में भी ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार की घोषणा की थी. जिला प्रशासन के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने वोटिंग की थी. लेकिन इस बार ग्रामीणों ने ठान लिया है कि अगर उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे वोट नहीं करेंगे.
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