डूंगरपुर. जिले की कुंआ थाना पुलिस ने चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाली एक गैंग के तीन शातिरों को गिरफ्तार किया है. ये सभी चोर कुंआ थाना क्षेत्र में ज्वेलरी शॉप और कपड़े की दुकान में चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद झरनी के पहाड़ियों में जा छुपे थे. वहीं, सूचना के बाद पुलिस ने जंगल में घेराबंदी कर तीन शातिरों को दबोचा है. साथ ही चोरों के पास से 15 किलो चांदी और सोने के जेवरात बरामद किए गए हैं. इसके अलावा 54 हजार से अधिक नकद भी जब्त किया गया है.
वारदात के बाद पहाड़ियों पर जा छुपे थे चोर : एसपी मोनिका सेन ने बताया कि बीते 18 मई को कुंआ निवासी रोहित पुत्र अरविंद जैन और जयंतीलाल पुत्र धुलिया जैन ने थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. रिपोर्ट में बताया गया कि रात के समय उनके कपड़े और ज्वेलरी शॉप में चोरों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया. चोर दुकान से 15 किलो से अधिक सोने-चांदी के जेवरात, नकद और अन्य सामान चुराकर ले गए थे. मामले में कुंआ, चितरी, धंबोला, चोरासी और रामसागड़ा थाना पुलिस की अलग-अलग टीमें जांच में जुट गई. छानबीन के दौरान पुलिस ने चोरों के बारे में पड़ताल की, जिसमें पुलिस को चोरों के बारे में खास सुराग मिले.
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झरनी गांव के जंगल में आरोपियों के छुपे होने का पता चला. इस पर पुलिस की टीम पैदल ही जंगल से होते हुए पहाड़ियों पर पहुंची. पहाड़ियों के पीछे दो लोग दिखे. ऐसे में पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों को पकड़ लिया. आरोपी जीवा पुत्र मनजी डेंडोर निवासी पाडला दरियाटी और संजय पुत्र गटू बरंडा निवासी गोरादा फला लादसोर को गिरफ्तार किया गया. वहीं, गिरफ्तारी के बाद दोनों से हुई पूछताछ में चोरों ने कबूला की, उन लोगों ने ही ज्वेलरी शॉप और कपड़े की दुकान में चोरी की थी.
वारदात के एक दिन पहले उनके एक अन्य साथी विपिन पुत्र कन्हैयालाल नाई निवासी पारड़ा दरियाटी ने दुकान की रेकी की थी. पुलिस ने आरोपी विपिन को भी गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों ने पूछताछ में चोरी और नकबजनी की 12 जगहों पर 9 वारदातों को अंजाम देने की बात कबूली है. चोरों ने पूछताछ में बताया कि उन लोगों ने दरियाटी गांव में दो दुकानों, धम्बोला गांव में दो मकान और मंदिर, कारवाड़ा बस स्टैंड पर किराना दुकान, गेंजी बस स्टैंड से अपाची बाइक चोरी, पाडली में साड़ियों की दुकान, बड़गी में दो दुकानों, डूंगरपुर शहर में दो दुकानों और वीरपुर गुजरात में एक मकान में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था.