नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के मसूरी इलाके में क्राइम ब्रांच ने कैप्सूल ट्रकों से सिलेंडर की अवैध रिफिलिंग करने वाले एक गैंग का भंडाफोड़ करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें चार ट्रक ड्राइवर और दिल्ली के रहने वाले दो शख्स शामिल है. दिल्ली के रहने वाले सुधांशु और करन इस रैकेट के मास्टरमाइंड थे.
जंगल से चार कैप्सूल ट्रक और 34 खाली सिलेंडर रिकवर
गाजियाबाद क्राइम ब्रांच ने छापेमारी करते हुए गुरुवार देर रात मसूरी इलाके के जंगल से चार कैप्सूल ट्रक रिकवर किया है, इनसे 34 खाली सिलेंडर भरे जा रहे थे. जानकारी मिलते ही पुलिस ने आरोपियों को अपनी हिरासत में ले लिया. जिसके बाद इसकी सूचना जिला पूर्ति अधिकारी को दी गई. इस मामले में डीएम के आदेश पर मसूरी थाने में पूर्ति निरीक्षक के द्वारा एसेंशियल कमोडिटीज एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करवाया गया है. मौके से चार गैस कैप्सूल रिकवर किए गए हैं और इसके अलावा मशीन भी पकड़ी गई हैं.
ट्रक ड्राइवर से मिलीभगत करके गैस चोरी का चल रहा था गोरखधंधा
आपूर्ति अधिकारी के मुताबिक यह सभी गैस कैप्सूल लोनी के गैस बॉटलिंग प्लांट से अलग-अलग जगहों के लिए रवाना किए जाते थे. सुधांशु ट्रक ड्राइवर से मिलीभगत करके कमर्शियल सिलेंडर की रिफिलिंग के लिए रुपए देकर अवैध रूप से गैस चोरी का काम किया जा रहा था. इससे प्लांट को लाखों का चूना लग रहा था. ये मामला चौंकाने वाला है जिसकी जांच की जा रही है .पता लगाया जा रहा है कि मामले में और कितने आरोपी शामिल हैं.
कई गैस कंपनियों में काम कर चुका है आरोपी
पुलिस के मुताबिक पूछताछ पर अभियुक्त सुधांशु सिंह ने बताया कि वह ग्रेजुएट है. साल 2012 में उसने आगरा में आदित्य गैस सर्विस में काम किया, जिसमें इण्डेन के घरेलू गैस सिलेण्डर की होम डिलिवरी करता था.फिर वहाँ से काम छोड़ कर रोहतक में मेहर गैस सर्विस में होम डिलिवरी का काम करने लगा. इसी बीच उसका आना-जाना लोनी स्थित हिन्दुस्तान पैट्रोलियम में हुआ. उसका सम्पर्क पुष्पेन्द्र व हरप्रीत से हुआ जो हिन्दुस्तान पैट्रोलियम, इण्डेन गैस के द्रवित पैट्रोलियम गैस के टैंकरों, कैप्सूल के चालक थे.
पिछले दो सालों से चला रहे थे गैस चोरी का धंधा
आपस में इन्होने योजना बनायी कि जब पुष्पेन्द्र व हरप्रीत, टैंकर/ कैप्सूल भरकर निकलेंगे तो रास्ते में किसी सुनसान स्थान पर उसमें से कुछ कॉमर्शियल सिलेण्डरों को भर देंगे. प्रत्येक सिलेण्डर भरने का 01 हजार रूपया लेंगे. इसी योजना के अनुसार ये लोग पिछले करीब 02 वर्षों से गैस रीफिलिंग का कार्य कर रहे थे. पहले ये लोग सोनीपत हरियाणा में इस काम को करते थे. फिर कुछ दिन काम बंद करने के बाद फिर शुरू किया.
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1 टैंकर से 5 से 6 सिलेण्डर की करते थें रिफिलिंग
ड्राइवर पुष्पेन्द्र और हरप्रीत ने अपने अन्य साथी ड्राईवर बहादुर सिंह और दिनेश जो टैंकरो, कैप्सूलों से गैस को सप्लाई हेतु ले जाते थे. औसतन 1 बार में 1 टैंकर से 5 से 6 सिलेण्डर चोरी से भरते थे. सुधांशु सिंह अपने सहयोगी करण के साथ मिलकर रीफिलिंग का काम करता है. इसके लिए कॉमर्शियल गैस सिलेण्डर 19 किलोग्राम दिल्ली से अलग-अलग गैस सिलेण्डर एजेन्सियों से खरीद रखे है. इसकी ज्यादातर सप्लाई ढाबों और होटलो पर करता है. क्योंकि होटल वालो को गैस एजेन्सी से सिलेण्डर लेना महंगा पड़ता है. इसलिए ये लोग कुछ सस्ता बेंचकर काफी मुनाफा कमा रहे थें.
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