जयपुर : राजस्थान विधानसभा की कार्रवाई शुक्रवार को हंगामेदार रही. नेता प्रतिपक्ष द्वारा आसन को लेकर की गई टिप्पणी से गुस्सा हुए स्पीकर ने उन्हें अविश्वास प्रस्ताव लाने की चुनौती दे डाली. इसके बाद हंगामा हुआ तो सदन की कार्यवाही दो घंटे तक स्थगित रही. हालांकि, बाद में आपसी बातचीत से गतिरोध टूटा और सदन की कार्यवाही सुचारू हुई.
दरअसल, गुरुवार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने सदन में जवाब देते समय कांग्रेस नेताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इसके बाद प्रतिपक्ष के सदस्यों ने सदन का वाक आउट किया. शुक्रवार को प्रश्नकाल शांतिपूर्वक हुआ, लेकिन शून्यकाल शुरू होते ही एक बार फिर हंगामा शुरू हो गया. नेता प्रतिपक्ष ने स्पीकर पर की गई टिप्पणी के लिए माफी मांगी. स्पीकर प्रो. वासुदेव देवनानी ने प्रतिपक्ष और सत्ता पक्ष के सदस्यों को मर्यादा में रहने की नसीहत दी और प्रतिपक्ष को उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की चुनौती दे दी. इसके बाद नेता प्रतिपक्ष जूली वापस बोलने के लिए खड़े हुए और सदन में हंगामा हो गया. स्पीकर ने पहले एक घंटे के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी. बाद में दो बार आधे-आधे घंटे के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित की गई. आखिरकार दोपहर 2:30 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई.
टिप्पणी को सदन की कार्यवाही हटाया : प्रतिपक्ष की ओर से लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने और सत्ता पक्ष की ओर से संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने आसन को आश्वस्त किया कि सदन में नियमों और परंपराओं की पालना सुनिश्चित की जाएगी. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि मंत्री अविनाश गहलोत, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और बायतु से कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही हटाया गया है. फिर सदन की कार्यवाही सुचारू हुई.